Kedarnath: कल खुलेंगे कपाट!! बिना रजिस्ट्रेशन केदारनाथ जा रहे हैं तो फंस जाएंगे; जानें कहां और कैसे कराएं

Char Dham Yatra: चारधाम यात्रा के लिए तैयारी की कुछ मजेदार टिप्स और उपाय!!

उत्तराखंड के चार धाम, बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री, इस वर्ष फिर से अपने प्रमुख स्थलों के प्रति श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रहे हैं। गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ के मंदिर अक्षय तृतीया, यानी 10 मई को, खुलेंगे, जबकि बदरीनाथ का कपाट दो दिन बाद, यानी 12 मई को, खोला जाएगा। इसके साथ ही, चारधाम यात्रा की धूम में देश भर के श्रद्धालु अपना उत्साह दिखा रहे हैं। केदारनाथ और बदरीनाथ के लिए लाखों लोगों ने पहले ही रजिस्ट्रेशन करवा लिया है।

अगर आप इस साल इन धामों की यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है। आपकी यात्रा को सुखद बनाने के लिए, हम आपको यहाँ सारी आवश्यक जानकारी प्रदान करेंगे। चलिए, जानिए कैसे पहुंच सकते हैं आप केदारनाथ…

चारधाम यात्रा के लिए संख्या में कोई सीमा नहीं है, लेकिन रजिस्ट्रेशन जरूरी है। केदारनाथ के मंदिर की यात्रा में हर साल लाखों लोग भारी संख्या में आते हैं। यहाँ की खासियत ये है कि यह ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है। इसके कपाट साल के 6 महीने खुले रहते हैं, और बाबा केदारनाथ यात्रा के लिए लाखों लोगों ने पहले ही रजिस्ट्रेशन करवा लिया है। पिछली बार की तरह, इस बार भी किसी धाम के लिए यात्रियों की संख्या में कोई सीमा नहीं है, लेकिन रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है।

रजिस्ट्रेशन के बिना चारधाम यात्रा संभव नहीं है। रजिस्ट्रेशन कराने के लिए आप ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीके अपना सकते हैं। गाड़ी से जाने वाले यात्री ऋषिकेश से ऊपर उत्तराखंड पुलिस के पास रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं, और यदि आप सार्वजनिक परिवहन से जा रहे हैं, तो रजिस्ट्रेशन पास आपको गौरीकुंड पर प्राप्त होगा। गौरीकुंड से ही केदारनाथ की पैदल यात्रा आरंभ होती है। यहाँ पुलिस हर साल एक चेकपोस्ट स्थापित करती है और आगे बढ़ने से पहले यात्रियों की रजिस्ट्रेशन की स्लिप की जाँच करती है।

चार धाम यात्रा के लिए अब तक लगभग 20 लाख रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। यदि आप भी यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कराना चाहते हैं, तो आप उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की आधिकारिक वेबसाइट, मोबाइल ऐप, टोल फ्री नंबर, वाट्सऐप या ईमेल के माध्यम से रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा भी उपलब्ध है, जिसके लिए आप हरिद्वार या ऋषिकेश के रजिस्ट्रेशन केंद्रों पर जा सकते हैं। लेकिन, हमारी सलाह है कि आप ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन ही करवाएं, ताकि आप बिना किसी अत्याधुनिकता के समस्या के सामना करें।

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