प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटित अमृत स्टेशन परियोजना ने छपरा में रेलवे यात्रा को एक महत्वपूर्ण क्षण में परिवर्तित किया है। इस पहल के तहत, दो मुख्य रेलवे स्टेशनों का पुनर्निर्माण हुआ है, जिन्हें वायुसेना अंतर्दृष्टि के साथ सजाया गया है, और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए सड़क ओवरब्रिज/अंडरपास का निर्माण हुआ है। भविष्य की 50 वर्षों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए, यह परियोजना राष्ट्रभर में 554 रेलवे स्टेशनों और 1500 रोड ओवरब्रिज/अंडरपास को समाहित करती है। इस अद्यतित और पर्यावरण के प्रति संबंधित पहल के साथ, इसमें आधुनिक सुविधाओं को शामिल करने का जोर किया गया है, जैसे कि उन्नत यात्री सूचना प्रणाली, एग्जीक्यूटिव लाउन्ज, और अंतरराष्ट्रीय मानक के साइनेज।
छपरा: अब छपरा जिले का एकमा और मशरक रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास किया जायेगा। इन दोनों स्टेशनों को एयरपोर्ट जैसा लुक दिया जायेगा। भारतीय रेल पर आगामी 50 वर्षों की आवश्यकताओं को देखते हुये रेलवे स्टेशनों पर विश्वस्तरीय यात्रा सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु उनके पुनर्विकास का कार्य तथा समपारों पर संरक्षा के दृष्टिकोण से रोड ओवर ब्रिज/अंडरपास के निर्माण का कार्य तेजी से किया जा रहा है।
इसी क्रम में 26 फरवरी को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कर कमलों द्वारा अमृत स्टेशन योजना के अंतर्गत भारतीय रेल के 554 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास एवं 1500 रोड ओवर ब्रिज-अंडरपास का शिलान्यास किया जायेगा। इसके अंतर्गत पूर्वोत्तर रेलवे पर अमृत स्टेशन योजना के अंतर्गत 32 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास में 31 रेलवे स्टेशनों का शिलान्यास एवं 01 रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया जायेगा। इन 32 स्टेशनों में उत्तर प्रदेश के 25, बिहार के 05 एवं उत्तराखंड के 02 स्टेशन सम्मिलित हैं।
इसके अतिरिक्त पूर्वोत्तर रेलवे पर 111 रोड ओवर ब्रिज-अंडरपास का शिलान्यास किया जायेगा। इन 111 रोड ओवर ब्रिज-अंडरपास में उत्तर प्रदेश के 94, बिहार के 14 एवं उत्तराखंड के 03 रोड ओवर ब्रिज- अंडरपास सम्मिलित हैं। पूर्वोत्तर रेलवे पर 32 स्टेशनों में से वाराणसी मंडल के अंतर्गत 12 स्टेशनों- सीवान जं., थावे जं., मैरवा, एकमा, मसरख, गाजीपुर सिटी, मऊ जं., बेलथरा रोड, सलेमपुर जं., भटनी जं., खोरासन रोड एवं कप्तानगंज जं. स्टेशनों के पुनर्विकास का शिलान्यास किया जायेगा।
पूर्वोत्तर रेलवे पर सीवान जं. स्टेशन को रू 50.28 करोड़, थावे जं. स्टेशन को रू 21.21 करोड़, मैरवा स्टेशन को रू 12.43 करोड़, एकमा स्टेशन को रू 07.49 करोड़, मसरख स्टेशन को रू 12.51 करोड़, गाजीपुर सिटी स्टेशन को रू 16.63 करोड़, मऊ जं. स्टेशन को रू 52.65 करोड़, बेलथरा रोड स्टेशन को रू 16.52 करोड़, सलेमपुर जं. स्टेशन को रू 15.12 करोड़, भटनी जं. स्टेशन को रू 42.62 करोड़, खोरासन रोड स्टेशन को रू 21.03 करोड़, कप्तानगंज जं. स्टेशन को रू 20.73 करोड़ की लागत से पुनर्विकसित किया जायेगा। इस प्रकार उक्त स्टेशनों के पुनर्विकास पर कुल रू 283.22 करोड़ की लागत आयेगी।
अमृत स्टेशन योजना में दीर्घकालिक दृष्टिकोण के साथ आगामी 50 वर्षों की आवश्यकताओं को देखते हुये स्टेशनों का विकास किया जा रहा है। इसमें स्टेशन फसाड, सर्कुलेटिंग एरिया, वेटिंग हॉल, दिव्यांगजन अनुकूल सुविधाएं, प्रसाधन, आवश्यकतानुसार लिफ्ट/एस्केलेटर, 12 मीटर चैड़े फुट ओवर ब्रिज अर्थात वर्तमान फुट ओवर ब्रिजों की तुलना में लगभग चार गुना चैड़ा, पार्किंग एवं सौर ऊर्जा का उपयोग कर पर्यावरण अनुकूल भवन इत्यादि अत्याधुनिक सुविधाओं में विस्तार हेतु योजना तैयार की गई है और चरणबद्ध तरीके से उनका कार्यान्वयन किया जायेगा। स्टेशनों पर उन्नत यात्री सूचना प्रणाली, एग्जीक्यूटिव लाउन्ज एवं अन्तर्राष्ट्रीय मानक के अनुरूप साइनेज का प्रावधान आदि सम्मिलित है। स्टेशनों की सुंदरता के लिए आकर्षक फसाड लाइटिंग लगाई जाएगी।
पूर्वोत्तर रेलवे पर वाराणसी मंडल के अंतर्गत 41 रोड ओवर ब्रिज/अंडरपास का शिलान्यास/उद्घाटन/राष्ट्र को समर्पण किया जाएगा।
इन रोड ओवर ब्रिज/अंडरपास के निर्माण से ट्रेनों के समय पालन में सुधार के साथ ही ट्रेनों की संरक्षा एवं सड़क उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा तथा आवागमन की सुविधा को बेहतर करने में सहायता मिलेगी। इसके अतिरिक्त इन रोड ओवर ब्रिज/अंडरपास के बन जाने से नगर में निर्बाध सड़क परिवहन हो सकेगा। इसके साथ ही समपार पर कार्यरत रेल कर्मचारियों को अनुरक्षण हेतु अन्यत्र लगाया जा सकेगा।