नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स करीब 9 महीने बाद यानी 286 दिन बाद धरती पर लौट आए हैं। फ्लोरिडा के तट पर भारतीय समय के अनुसार तड़के लगभग 3:30 बजे स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल ने समुद्र में लैंड किया। इसके साथ ही एतिहासिक अंतरिक्ष मिशन खत्म हुआ। ये मिशन सिर्फ 8 दिनों के लिए था लेकिन इसमें 9 महीने का वक्त लगा। अमेरिकी एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर के वापस आने के बाद नासा ने स्पेसएक्स को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस मिशन में कई चुनौतियां थी लेकिन ये सफल रहा।
जो वादा किया था, वो पूरा किया- ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मीडिया ने कहा कि जब मैं ऑफिस में आया तो मैंने एलॉन मस्क से कहा कि हमें उन्हें सुनीता और बुच विल्मोर को वापस लाना होगा। बाइडेन ने उन्हें छोड़ दिया है उन्होंने उन्हें त्याग दिया। अब वे वापस आ गए हैं। उन्हें बेहतर होना होगा और जब वे बेहतर हो जाएंगे तो राष्ट्रपति ऑफिस में आएंगे। इससे पहले व्हाइट हाउस ने एक्स पर लिखा कि जो वादा किया उसे निभाया है। राष्ट्रपति ट्रंप ने 9 महीने से अंतरिक्ष में फंसे अंतरिक्ष यात्रियों को बचाने का वादा किया था। आज उनकी सुरक्षित रूप से लैंडिंग हो गई है एलॉन मस्क, स्पेसएक्स और नासा का शुक्रिया।
ड्रैगन कैप्सूल से निकलने पर सुनीता के चेहरे पर खुशी
आपको बता दें कि सुनीता अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा की एस्ट्रोनॉट हैं। सुनीता जब ड्रैगन कैप्सूल से निकली तो उनके चेहरे पर मुस्कान थी। उन्होंने लोगों का अभिवादन किया। सुनीता का वापसी के बाद आधी रात को ही भारत में जश्न मनने लगा। सुनीता के पैतृक गांव मेहसाणा में सबसे ज्यादा खुशी का इजहार किया गया। लोग गरबा डांस करने लगे और गांव में दीवाली जैसा माहौल था। दरअसल 8 जून 2024 को सुनीता और विल्मोर बोइंग के स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान में सवार होकर अंतरिक्ष में गए और उसके बाद वो वापस नहीं लौट पाए। सिस्टम में खराबी आने के कारण दोनों की वापसी नहीं हो सकी थी।