मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने परिवहन विभाग को राज्य के मुख्य क्षेत्रों जैसे देहरादून, हरिद्वार और हलद्वानी से उत्तर प्रदेश के अयोध्या तक बसों का संचालन शुरू करने का निर्देश दिया है। यह बात उन्होंने शुक्रवार को सचिवालय में विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के दौरान कही।
उन्होंने अधिकारियों को जन सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पर्वतीय क्षेत्रों में पुराने वाहनों के स्थान पर नये वाहनों के संचालन की व्यवस्था करने के निर्देश दिये। धामी ने ड्राइवरों के प्रशिक्षण और चिकित्सा उपचार की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए दुर्घटनाओं को रोकने के उपाय के रूप में वाहनों की फिटनेस परीक्षण पर विशेष ध्यान देने को कहा। संबंधित अधिकारियों को बस स्टेशनों को साफ-सुथरा और आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित रखने पर भी ध्यान देना चाहिए।
सीएम ने कहा कि विभाग को राज्य के दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में क्रैश बैरियर भी स्थापित करने चाहिए और सड़कों के किनारे वृक्षारोपण सुनिश्चित करना चाहिए। उन्होंने रोडवेज बसों के माध्यम से महत्वपूर्ण सरकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार करने के भी निर्देश दिये। संबंधित अधिकारियों ने सीएम को विभाग की कार्य प्रगति की भी जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि पिछले दो वित्तीय वर्षों में उत्तराखंड परिवहन निगम (यूटीसी) की स्थिति में लगातार सुधार हुआ है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में यूटीसी ने 29.06 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया और चालू वित्तीय वर्ष में अब तक 27 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है।
अधिकारियों ने कहा कि पिछले दो वित्तीय वर्षों में विभाग के राजस्व में भी लगातार वृद्धि देखी गई है। 2021-22 में राजस्व में 20.86 फीसदी की बढ़ोतरी हुई जो 2022-23 में बढ़कर 34.52 फीसदी हो गई। हालांकि इस वित्तीय वर्ष में अभी तीन महीने बाकी हैं, लेकिन विभाग के राजस्व में पिछले साल की तुलना में 11.20 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
अधिकारियों ने यह भी कहा कि विभाग ने ऑनलाइन सुविधाओं में सुधार करते हुए प्रवर्तन कार्रवाई बढ़ा दी है। विभाग ने राज्य में 10 मुख्य स्थानों पर एएनपीआर कैमरे स्थापित किए हैं और प्रवर्तन कार्यों को मजबूत करने के लिए 17 स्थानों पर और कैमरे लगाए जा रहे हैं। इसके अलावा विभाग ने उत्तरकाशी और पिथौरागढ़ में वाहन परीक्षण केंद्र के निर्माण के लिए भी धनराशि जारी कर दी है।
साथ ही, राज्य में अब तक 66,811 वाहनों में व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस (वीएलटीडी) लगाए जा चुके हैं। 2023 में 66,811 वाहनों में से 35,515 वाहनों में वीएलटीडी स्थापित किया गया था। अधिकारियों ने यह भी बताया कि विभाग ने देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार और कोटद्वार में स्वचालित ड्राइविंग परीक्षण ट्रैक स्थापित किए हैं और अब इन्हें काशीपुर, अल्मोडा, उत्तरकाशी, पिथौरागढ, रूड़की, हलद्वानी और रामनगर।में स्थापित करने की तैयारी है।