MP Alcohol Consumption: मध्य प्रदेश में सरकार और एनजीओ कई जागरूकता कार्यक्रम चलाकर शराब सेवन के अनेक नुकसान गिनाए जाते रहे हैं, लेकिन हकीकत यह है कि राज्य में सुरा प्रेमियों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. एमपी में शराब पीने वालों की संख्या 50 फीसदी तक बढ़ गई है. एक साल के आंकड़ों पर गौर करें तो इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर में बीयर पीने के शौकीन ज्यादा हैं, जबकि भोपाल में अंग्रेजी शराब का सेवन ज्यादा हो रहा है. वहीं, भोपाल छोड़ तीनों ही महानगरों में 94 फीसदी लोगों ने बीयर को ज्यादा पसंद किया है.
बता दें, मध्य प्रदेश की सरकार को शराब से गजब की आमदनी मिल रही है. प्रदेश में देशी और विदेशी शराब की बिक्री में तेजी से इजाफा हो रहा है. बीते एक साल में ही मध्य प्रदेश की सरकार को 860 करोड़ रुपये की कमाई बढ़ गई है. इस साल अब तक सरकारी खजाने में शराब से 10380 करोड़ रुपये आ चुके हैं. हालात ये हैं कि आदिवासी भी अपनी पारंपरिक कच्ची महुए की शराब को छोड़कर अंग्रेजी शराब की तरफ रुख कर रहे हैं.
बीयर ज्यादा चलन में
बता दें, मध्य प्रदेश के तीन महानगर जिनमें इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर शामिल हैं, यहां बीयर को ज्यादा पसंद किया जा रहा है. वहीं, भोपाल में अंग्रेजी शराब के ज्यादा दीवाने हैं. अब स्थिति यह है कि आदिवासी जिलों में भी पारंपरिक शराब की जगह देशी-विदेशी शराब और बीयर को खूब पसंद किया जा रहा है. आबकारी विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, भोपाल की तुलना में इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर में 70 फीसदी ज्यादा बीयर पी जा रही है. बीते साल की तुलना में इसमें 23 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
बीयर के शौकीन ये जिले
आबकारी विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, जिन जिलों में बीयर की ज्यादा खपत है, उनमें शिवपुरी (152 फीसदी बीयर की बिक्री), निवाड़ी (127 फीसदी), मुरैना (132 फीसदी), बालाघाट (107 फीसदी), भिंड (119 प्रतिशत), टीकमगढ़ (171 फीसदी), सतना (141 फीसदी), रीवा (214 फीसदी), सिंगरौली (103 फीसदी) और उमरिया (495 फीसदी) शामिल हैं, जहां बीयर के शौकीन बढ़े हैं.
महानगरों की यह स्थिति
मध्य प्रदेश के चार महानगरों की बात करें तो यहां राजधानी भोपाल में देशी शराब के 16.03 फीसदी शौकीन बढ़े, जबकि अंग्रेजी के 23.05 और बीयर के 14.73 फीसदी इजाफा हुआ है. इसी तरह जबलपुर में देशी शराब के 53.31 फीसदी, अंग्रेजी के 37.35 व बीयर के 94.06 प्रतिशत. इंदौर में देशी शराब के 38.99 फीसदी, अंग्रेजी शराब के 21.24 और बीयर के 85.40 प्रतिशत, ग्वालियर में देशी शराब के 60.44 प्रतिशत, अंग्रेजी 22.62 और बीयर के 76.16 फीसदी शौकीनों में इजाफा हुआ है.