केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल ने अपने तेज बयानों में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को ‘सुविधाजीवी नेता’ बताया है। इसके बाद संवाद कार्य की खिचाव भड़क गयी है। बघेल ने भाजपा के कार्यकर्ताओं को लोकसभा चुनाव के लिए जुटाया और उन्हें जीत के राज बताया।
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए उन्हें सुविधाजीवी नेता बताया है। उन्होंने कहा कि सपा के संस्थापक मुलायम सिंह धरतीपुत्र थे, जबकि अखिलेश यादव ट्विटरपुत्र हैं। वह पूरे समय कमरे में रहते हैं और सिर्फ चुनाव के समय ही बाहर निकलते हैं। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में जनता फिर से नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए 400 से अधिक सीटें जीतेगी। विपक्ष के लोगों में भय, भ्रम और भगदड़ है, इसलिए वह छिटककर एनडीए के साथ आ रहे हैं।
जिला मुख्यालय पर स्थित भाजपा कार्यालय पर पहुंचे केंद्रीय मंत्री का कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। उन्होंने पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के बीच लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करने का तरीका बताया। उन्होंने कहा कि आवास, शौचालय, रसोई गैस, राशन, आयुष्मान कार्ड सहित कई योजनाओं के दायरे में आकर उसका लाभ पाने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। यही लाभार्थी फिर से भाजपा को जिताएंगे। उनके पास जाकर संपर्क बढ़ाएं। कार्यकर्ताओं के बाद वह मीडिया से मुखातिब हुए।
उन्होंने मुख्य रूप से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को अपने निशाने पर रखा। कहा कि उनके शासनकाल में प्रदेश में अराजकता थी, अब कानून का राज है। पिछले चुनाव में बसपा से गठबंधन होने के बावजूद उनके परिवार के सदस्यों को कन्नौज, फिरोजाबाद और बदायूं में हार का सामना करना पड़ा था। मैनपुरी से बमुश्किल जीत मिली थी। आजमगढ़ भी उपचुनाव में हारे थे। इस बार बसपा से गठबंधन भी नहीं है। विपक्षी खेमे में भय, भ्रम और भगदड़ का माहौल है। कोई भी उधर नहीं रहता चाहता। सब एनडीए परिवार में शामिल हो रहे हैं। इस दौरान सांसद सुब्रत पाठक, जिलाध्यक्ष वीर सिंह भदौरिया, सौरभ कटियार, शरद मिश्र आदि मौजूद रहे।
अपनी जाति के सवाल पर बोले, नो कमेंट
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल गुरुवार को पार्टी कार्यालय पर मौजूद कार्यकर्ताओं से मिले और उनसे लोकसभा चुनाव में कामयाबी से जुड़े मंत्र जाति से ताल्लुक रखते हैं, यह सवाल सामने आने पर वह खुद ही टाल गए। जवाब में कहा नो कमेंट। अपनी ही पार्टी के नेता का नाम सामने पर आने पर कहा कि यह उनकी मानसिकता को दर्शाता है।
पिछले दिनों सांसद सुब्रत पाठक और पार्टी नेता व पूर्व मंत्री सतीश पाल के बीच बहस का एक ऑडियो क्लिप वायरल हुआ था। उसमें कई बिंदुओं पर बहस के बाद बात मंत्री एसपी सिंह बघेल की जाति तक जा पहुंची थी। सतीश पाल के यह कहने पर कि वह उनकी बिरादरी का पार्टी में प्रतिनिधितत्व नहीं है। सांसद ने कहा था कि मंत्री एसपी सिंह बघेल तो उनकी ही बिरादरी के हैं। इस पर सतीश पाल ने कहा था कि वह आगरा सुरक्षित सीट से सांसद निर्वाचित हैं तो पाल बिरादरी के कैसे हुए। सतीश पाल ने यह भी आरोप लगाया था कि मंत्री के नाम से अलग-अलग जाति का प्रमाण पत्र है। सतीश पाल के मुताबिक प्रो. एससपी सिंह बघेल दलित बिरादरी से हैं, लेकिन पार्टी के लोग उन्हें पिछड़ी जाति की बिरादरी का होने का दावा करके पाल समाज को गुमराह करते हैं। बिरादरी से जुड़ा भ्रम दूर करने के बजाए कहा कि जिन्होंने यह सवाल उठाया है, यह उनकी गलत मानसिकता को दर्शाता है।