दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा अभी नहीं हुई लेकिन चुनावी शोर और वादों का जोर शुरू हो चुका है। बीजेपी के पूर्व सांसद और कालकाजी से बीजेपी के प्रत्याशी रमेश बिधूड़ी के बयान पर सियासत गरमा गई है। सोमवार 6 जनवरी को मुख्यमंत्री आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए भावुक हो गई। कहा कि मैं रमेश बिधूड़ी को कहना चाहूंगी कि मेरे पिताजी जिंदगी भर शिक्षक रहे। उन्होंने दिल्ली के हजारों गरीब बच्चों को पढ़ाया है। आज वो 80 साल के हो गए हैं। वो इतने बीमार रहते हैं कि बिना सहारे के चल नहीं पाते हैं। आप चुनाव के लिए इतनी घटिया हरकत करेंगे। एक बुजुर्ग व्यक्ति को गालियां देने पर उतर आएंगे।
राजनीति का स्तर गिर गया- आतिशी
सीएम आतिशी ने कहा कि इस देश की राजनीति इस घटिया स्तर तक गिर सकती है मैंने कभी नहीं सोचा था। उन्होंने कहा कि रमेश बिधूड़ी अपने काम पर वोट मांगे। वे दक्षिणी दिल्ली से दस साल सांसद रहे हैं। आतिशी ने कहा कि वो बताएं कि उन्होंने कालकाजी के लोगों के लिए दस साल क्या किया। उसका हिसाब दें, मेरे पिता जी को गाली देकर वोट मांग रहे हैं। ये बेहद दुख की बात है कि मेरे बुजुर्ग पिता को गाली देकर वोट मांग रहे हैं वो।
रमेश बिधूड़ी ने क्या बयान दिया था?
रमेश बिधूड़ी ने 5 जनवरी को रोहिणी की परिवर्तन रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि दिल्ली की खड़ाऊं मुख्यमंत्री आतिशी ने अपना बाप ही बदल लिया। वह मार्लेना से सिंह हो गई। अरे ये मार्लेना, ये तो सिंह बन गई भइया, नाम बदल दिया। केजरीवाल ने बच्चों की कसम खाई थी भ्रष्टाचारी कांग्रेस के साथ नहीं जाऊंगा। रमेश बिधूड़ी ने आतिशी के मां-बाप पर भी हमला बोला था उन्होंने दावा करते हुए कहा था कि इन्हीं मार्लेना के पिता और मां ने संसद हमले के दोषी अफजल गुरू की माफी के लिए मार्लेना की मां और पिता ने याचिका दी थी।
कालकाजी में त्रिकोणीय मुकाबला
आपको बता दें कि कालकाजी में इस बार त्रिकोणीय मुकाबला है। आम आदमी पार्टी की तरफ से आतिशी हैं तो बीजेपी की तरफ से रमेश बिधूड़ी मैदान में हैं। वहीं कांग्रेस के टिकट से अलका लांबा उम्मीदवार है। तो मुकाबला दिलचस्प होने वाला है। क्योंकि तीनों ही प्रत्याशी दमदार हैं।