दिल्ली विधानसभा चुनाव को अब कुछ ही दिन बाकी है ऐसे में सभी राजनीतिक दल प्रचार में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इस चुनाव की एक खासियत ये भी है कि यहां दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सीट पर सबसे ज्यादा प्रत्याशी हैं। नई दिल्ली सीट पर कुल 23 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। आपको बता दें कि नई दिल्ली सीट से 2013 में पहली बार केजरीवाल ने चुनाव जीता, इसके बाद उन्होंने 2015 और 2020 में इस सीट से जीत हासिल की थी।
नई दिल्ली सीट पर सबसे ज्यादा प्रत्याशी होने की वजह से अगर किसी सीट पर नोटा को मिलाकर 16 से ज्यादा प्रत्याशी होते हैं तो वहां पर 2 बैलेट यूनिट का इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए नई दिल्ली विधानसभा सीट पर भी 2 बैलेट यूनिट लगाई जाएंगी।
दिल्ली की 70 सीटों पर 699 उम्मीदवार
राजधानी की 70 सीटों पर 699 उम्मीदवार मैदान में हैं। दिल्ली चुनाव में नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख अब निकल चुकी है। आपको बता दें कि नाम वापसी के सबसे ज्यादा मामले मुंडका और नागलोई जाट विधानसभा सीट से आए हैं। यहां से 3 कैंडिडेट ने पर्चा वापस ले लिया है। वहीं 57 विधानसभा ऐसी भी है जहां से किसी प्रत्याशी ने अपना नाम वापस नहीं लिया है। दिलचस्प बात ये भी है इस बार पिछले बार चुनाव के मुकाबले ज्यादा प्रत्याशी मैदान में हैं। पांच साल पहले यानी 2020 में 668 प्रत्याशी मैदान में थे जबकि इस बार 31 ज्यादा यानी 699 हैं। और वहीं पांच साल पहले 2015 की बात की जाए तो 673 ने चुनाव लड़ा था। तो पिछले तीन चुनाव की बात करें तो इस बार सबसे ज्यादा उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं।
दिल्ली की किन सीटों पर सबसे कम उम्मीदवार?
दिल्ली की पटेल नगर और कस्तूरबा नगर सीट पर पांच-पांच प्रत्याशी मैदान में हैं। इन दो सीटों पर सबसे कम प्रत्याशी है। वहीं करोल बाग, गांधीनगर, तिलक नगर, ग्रेटर कैलाश, मंगोलपुरी और त्रिनगर सीट पर उम्मीदवारों की संख्या 6 है। आपको बता दें कि दिल्ली में 5 फरवरी को वोट डाले जाएंगे और 8 फरवरी को नतीजे आएंगे।