Uttarakhand: मुख्यमंत्री धामी का 18,000 करोड़ से अधिक की सौगात;17 विभागों की 122 योजनाओं का किया शिलान्यास और लोकार्पण

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कोटद्वार में विशाल रोड शो के साथ 122 विभिन्न योजनाओं का वर्चुअल लोकार्पण किया। इसमें 18,000 करोड़ रुपये से अधिक के विकास कार्यों का शिलान्यास हुआ।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज रविवार को कोटद्वार का दौरा किया। उन्होंने यहां एक शानदार रोड शो आयोजित किया, जिसमें बड़ी संख्या में कार्यकर्ता भी शामिल हुए। इसके पश्चात, मुख्यमंत्री ने एक लाभार्थी सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में हिस्सा लिया।

इस समय, वह कई योजनाओं का शिलान्यास करेंगे, जिससे राज्य के विकास में सकारात्मक परिणाम होंगे। हालांकि, इससे पहले ही कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ प्रतिरोध दिखाया, जिस पर पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की।

रविवार को, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में 17 विभागों की 122 विभिन्न योजनाओं का वर्चुअल लोकार्पण और शिलान्यास किया। इस अवसर पर, मुख्यमंत्री ने भवन और अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के माध्यम से पंजीकृत श्रमिकों को टूल किट भी वितरित की।

मुख्यमंत्री ने बताया कि हमारी सरकार का उद्देश्य उत्तराखंड को देश का उत्कृष्ट राज्य बनाना है, और इसमें सकारात्मक परिणाम दिखा जा रहा है। इस कार्यक्रम में दस करोड़ रुपये से भी अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया गया है, जो सभी क्षेत्रों से जुड़े हैं और उत्तराखंड को देश का प्रमुख राज्य बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।

सरकार प्रदेश के संपूर्ण विकास के लिए विकल्प रहित संकल्प के साथ काम कर रही है, जैसा कि हाल ही में मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण ने लगभग 226 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास किया है। पिछले दो महीनों में टनकपुर, हरिद्वार, चंपावत, अल्मोड़ा, पौड़ी गढ़वाल, और रुद्रप्रयाग में भी कई योजनाएं शुरू हो चुकी हैं, जिनका कुल निवेश 18,000 करोड़ रुपये से ज्यादा है।

प्रदेश में सरलीकरण, समाधान और संतुष्टि के मूल मंत्र से नई कार्य संस्कृति का वातावरण बना है। उत्तराखण्ड में रेल, हवाई, और सड़क यातायात को प्रभावी बनाया गया है, जिससे टनकपुर से देहरादून के लिए ट्रेन सुविधा हुई है। इसके अलावा, अब अन्य स्थानों के लिए भी ट्रेन की सुविधा मिल रही है। पिछले वर्ष 56 लाख श्रद्धालु चारधाम यात्रा में आए, और 50 लाख श्रद्धालु पूर्णांगिरी मेले में भी शामिल हुए। सरकार इस वर्ष इससे भी अधिक श्रद्धालुओं को सुविधा प्रदान करने का प्रयास कर रही है।

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