मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि अटल आयुष्मान योजना राज्य में सभी को निःशुल्क एवं कैशलेस इलाज उपलब्ध कराने में कारगर साबित हो रही है।
यूके न्यूज़ : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि अटल आयुष्मान योजना राज्य में सभी को निःशुल्क एवं कैशलेस इलाज उपलब्ध कराने में कारगर साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि कुल 55 लाख लोगों को आयुष्मान कार्ड उपलब्ध कराए गए हैं और पांच लाख से अधिक मरीजों ने योजना के तहत इलाज कराया है।
सीएम शनिवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में 43वें नेशनल मेडिकोज ऑर्गनाइजेशन (एनएमओसीओएन) 2024 को संबोधित कर रहे थे। प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए सीएम ने कहा कि एनएमओसीओएन स्वामी विवेकानन्द को अपना आदर्श मानकर लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करा रहा है।
उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में स्वास्थ्य क्षेत्र में अभूतपूर्व काम हुआ है। सरकार मुफ्त इलाज, दवा, ग्रामीण स्तर पर आधुनिक सुविधाएं मुहैया करा रही है और तकनीक के इस्तेमाल से स्वास्थ्य सेवाएं विकसित कर रही है। सीएम ने कहा कि केंद्र और राज्य दोनों सरकारें स्वास्थ्य क्षेत्र में अंत्योदय (सामाजिक पायदान पर खड़े अंतिम व्यक्ति का कल्याण) के सिद्धांत के साथ काम कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में 200 से अधिक नए मेडिकल कॉलेजों का निर्माण किया गया और वर्तमान में 22 एम्स लोगों की सेवा कर रहे हैं। सीएम ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान और जल जीवन मिशन से कई बीमारियों को रोकने में मदद मिली है और देश कुपोषण को नियंत्रित करने में सफल हुआ है।
टेलीमेडिसिन सेवा और ई-संजीवनी ने दूरदराज के क्षेत्रों में रोगियों के निदान, उपचार और प्रबंधन के लिए संचार प्रौद्योगिकी का उपयोग किया है। सरकार ने स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने के लिए आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन शुरू किया है। धामी ने कहा कि राज्य सरकार ने माताओं और नवजात शिशुओं की सुरक्षा के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। सरकार ने मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए जननी सुरक्षा योजना शुरू की है। मिशन इंद्रधनुष के तहत बच्चों का निःशुल्क टीकाकरण किया जा रहा है।
राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत राज्य सरकार ने वर्ष 2024 तक राज्य को टीबी से मुक्त करने का लक्ष्य लिया है। कैबिनेट मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल, धन सिंह रावत, एम्स निदेशक डॉ. मीनू सिंह, आरएसएस के सर कार्यवाह कृष्ण गोपाल, स्वामी चिदानंद और अन्य लोग इस अवसर पर उपस्थित थे।