प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को निवेशकों से विभिन्न क्षेत्रों में उत्तराखंड की असीमित संभावनाओं का पता लगाने और उन्हें अवसरों में बदलने के लिए कहा। वह यहां वन अनुसंधान संस्थान में उत्तराखंड वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन का उद्घाटन करने के बाद एक सभा को संबोधित कर रहे थे।
प्रधानमंत्री ने कहा, उत्तराखंड दिव्यता और विकास का मिश्रण है। पीएम मोदी ने कहा, “प्रकृति, संस्कृति, विरासत – उत्तराखंड में सब कुछ है। आपको उन्हें तलाशना होगा और उन्हें अवसरों में बदलना होगा।” केदारनाथ की यात्रा के दौरान अपनी पिछली टिप्पणी को याद करते हुए कि “कुछ वर्ष पहले जब मैं बाबा केदार के दर्शन के लिए निकला था तब अचानक मेरे मुँह से निकला था कि ’21वीं सदी का यह तीसरा दशक उत्तराखण्ड का दशक है’। मुझे खुशी है कि अपने उस कथन को मैं लगातार चरितार्थ होते हुए देख रहा हूं।” “देहरादून और पंतनगर के एयरपोर्ट के विस्तार से राज्य में एयर कनेक्टिविटी सशक्त होंगी । यहां की सरकार हैली टैक्सी सेवाओं को राज्य के भीतर विस्तार दे रही है।”
उन्होंने यह भी कहा कि पिछले दस वर्षों में एक महत्वाकांक्षी भारत का उदय हुआ है। प्रधानमंत्री ने कहा, उत्तराखण्ड बनेगा भारत का सबसे बड़ा वेडिंग डेस्टिनेशन। पीएम मोदी ने अंतरराष्ट्रीय बाजारों में महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए हाउस ऑफ हिमालय ब्रांड भी लॉन्च किया। ब्रांड के लॉन्च के लिए राज्य सरकार को बधाई देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह वोकल फॉर लोकल और लोकल टू ग्लोबल की अवधारणा के अनुरूप है।
प्रधान मंत्री ने कहा, “यह विदेशों के बाजारों में स्थानीय उत्पादों को पहचान देगा। यह आने वाले समय में 2 करोड़ लखपति बहनें बनाने की मेरी प्रतिबद्धता को पूरा करने में भी मदद करेगा।”
शिखर सम्मेलन की तैयारियां महीनों से चल रही हैं। इसमें देश-विदेश से एक हजार से अधिक निवेशक और प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
शिखर सम्मेलन का लक्ष्य 2.5 लाख करोड़ रुपये के एमओयू पर हस्ताक्षर करना था, लेकिन इस आयोजन से पहले ही यह उस सीमा को पार कर लगभग 3 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जिसमें भारत के मेट्रो शहरों में धामी द्वारा विभिन्न रोड शो आयोजित किए गए। साथ ही लंदन, यूके में बर्मिंघम, दुबई और अबू धाबी।