मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रशासन को निर्देश दिये हैं कि स्वच्छ सर्वेक्षण में देहरादून, रूद्रपुर, हल्द्वानी एवं कोटद्वार की रैंकिंग में सुधार के लिये ठोस एवं प्रभावी योजना बनायी जाय। शनिवार को अपने आवास पर राज्य प्रशासन के अधिकारियों की उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए सीएम ने कहा कि राज्य में स्वच्छता के लिए व्यापक अभियान चलाया जाये. हाल ही में जारी स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 में राज्य के शहरों की निराशाजनक रैंकिंग के मद्देनजर सीएम का यह आदेश महत्वपूर्ण है। रैंकिंग में राज्य के प्रदर्शन में पिछले साल की तुलना में गिरावट देखी गई।
बैठक में सीएम ने निर्देश दिया कि स्वच्छता के क्षेत्र में अन्य राज्यों की सर्वोत्तम प्रथाओं को राज्य में अपनाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि हर साल करोड़ों तीर्थयात्री उत्तराखंड आते हैं और यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि वे यहां स्वच्छता के संबंध में एक अच्छा संदेश लेकर जाएं। धामी ने कहा कि शहरों में सौन्दर्यीकरण एवं अवस्थापना विकास के कार्य निरन्तर किये जायं। उन्होंने कहा कि जनभागीदारी वाले अभियानों को हमेशा सफलता मिलती है और स्वच्छता अभियान में आम जनता एवं सामाजिक संगठनों का सहयोग लेना चाहिए।
सीएम ने राज्य में बुके नहीं बल्कि बुक कल्चर की वकालत करते हुए कहा कि विभिन्न कार्यक्रमों में अतिथियों को किताबें भेंट की जानी चाहिए। उन्होंने निर्देश दिया कि हर जिले और ब्लॉक में एक-एक लाइब्रेरी स्थापित की जाये। सीएम ने निर्देश दिए कि खेलों को प्रोत्साहित करने और विद्यार्थियों को नशा विरोधी अभियान से जोड़ने के लिए विकास प्राधिकरण और नगर निकाय शिक्षा विभाग के साथ समन्वय बनाकर काम करें।
सीएम ने कहा कि अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि सरकारी समारोहों में भोजन की बर्बादी न हो और कहा कि निजी कार्यक्रमों में भी भोजन की बर्बादी रोकने का प्रयास किया जाना चाहिए। बैठक में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव शैलेश बगौली, विनय शंकर पांडे, विशेष सचिव पराग मधुकर धकाते, अपर पुलिस महानिदेशक एपी अंशुमान, शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी आदि उपस्थित थे।