भारत और अमेरिका ने क्वाड के माध्यम से साझेदारी का संकल्प जताते हुए स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत की सुरक्षा में मिलकर कदम बढ़ाया है।
अमेरिका और भारत ने स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत को आगे बढ़ाने के लिए समर्थन जताया है। इन दोनों देशों ने क्षेत्र के भीतर साझा सुरक्षा हितों को बढ़ावा देने के लिए क्वाड आतंकवाद रोधी कार्य समूह और अन्य बहुपक्षीय मंचों में सहयोग के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की है।
अमेरिकी विदेश विभाग ने एक विज्ञप्ति में बताया है कि दोनों पक्षों ने विभिन्न आतंकवादी संगठनों और व्यक्तियों के नामों का पता लगाने की प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी साझा की है।
स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत का समर्थन बताते हुए बयान में कहा गया है कि यह समर्थन समावेशी और लचीला है, और इसके साथ ही क्षेत्र के भीतर साझा सुरक्षा हितों को बढ़ावा देने के लिए क्वाड आतंकवाद रोधी कार्य समूह और अन्य बहुपक्षीय मंचों के साथ सहयोग की प्रतिबद्धता की गई है।
यूएस-इंडिया काउंटर टेररिज्म ज्वाइंट वर्किंग ग्रुप की 20वीं बैठक 5 मार्च को वाशिंगटन में हुई थी, जिसमें अमेरिकी विदेश मंत्रालय के आतंकवाद रोधी समन्वयक राजदूत एलिजाबेथ रिचर्ड और केंद्रीय विदेश मंत्रालय के आतंकवाद निरोध के संयुक्त सचिव राजदूत के डी देवल ने अपने-अपने अंतर-एजेंसी प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व किया।
इस बैठक में, दोनों देशों ने अपने वैश्विक और रणनीतिक साझेदारी के स्थायित्व पर जोर दिया और आतंकवाद के मुकाबले में क्षेत्रीय सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए अपनी प्रतिबद्धताओं को दोहराया। उन्होंने कहा कि आतंकवाद अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है और इससे मुकाबला करने के लिए समावेशी दृष्टिकोण की आवश्यकता है।
दोनों देशों के विभिन्न विभागों और एजेंसियों के प्रतिनिधियों की भागीदारी से पता चलता है कि आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए समावेशी और समग्र दृष्टिकोण की आवश्यकता है। इस दृष्टिकोण से उत्पन्न होने वाली जानकारी दोनों देशों की सुरक्षा, स्थिरता, और विकास के लिए सहयोगपूर्ण बनावट को सुनिश्चित करने में सहायक है।