एनडीए के संसदीय दल के नेता चुने जाने के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई सरकार का रोडमैप प्रस्तुत किया। 2024 का लोकसभा चुनाव अमृतकाल का पहला चुनाव है, जिसमें 2047 तक के लक्ष्यों को प्राप्त करने का स्वर्णिम अवसर है।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नरेंद्र मोदी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया। राष्ट्रपति भवन के बाहर मीडिया को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने नई सरकार का रोडमैप प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि 2024 का लोकसभा चुनाव अमृतकाल का पहला चुनाव है। मोदी ने कहा कि 2047 में जब देश आजादी की 100वीं वर्षगांठ मनाएगा, तब तक के संकल्प पूरे करने का हमारे पास स्वर्णिम अवसर है। उन्होंने जनता का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि देशवासियों ने एनडीए को एक बार फिर सेवा का मौका दिया है।
नौ जून को शपथ ग्रहण; राष्ट्रपति भवन जारी करेगा कार्यक्रम
मोदी ने कहा कि जिस गति से देश आगे बढ़ा है, समाज के हर क्षेत्र में परिवर्तन साफ दिख रहा है। 25 करोड़ लोगों का गरीबी से बाहर आना हर भारतीय के लिए गर्व का विषय है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि 18वीं लोकसभा में भी उसी गति और समर्पण से देश की आशा-आकांक्षाओं को पूरा करेंगे। निवर्तमान प्रधानमंत्री ने बताया कि एनडीए की बैठक में सभी घटक दलों ने उन्हें नेता चुना है और सभी दलों ने राष्ट्रपति को अपना समर्थन पत्र दिया है। राष्ट्रपति ने उन्हें कार्यवाहक प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्त किया है। मोदी ने बताया कि उन्होंने नौ जून की शाम को शपथ ग्रहण की सूचना दे दी है और शपथ ग्रहण का विस्तृत कार्यक्रम राष्ट्रपति भवन से जारी किया जाएगा।
भारत विश्वबंधु, आने वाले पांच साल बेहद अहम
मोदी ने कहा कि बीते 10 वर्षों में भारत, दुनिया के लिए विश्वबंधु बनकर उभरा है और इसका सबसे अधिक लाभ अब मिलना शुरू हो रहा है। उन्होंने कहा, “मुझे विश्वास है कि आने वाले 5 साल वैश्विक माहौल में भी भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण होने वाले हैं। दुनिया अनेक संकटों, तनावों और आपदाओं से गुजर रही है, लेकिन हम भारतीय सौभाग्यशाली हैं कि इतने बड़े संकटों के बावजूद भी, आज हम दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में जाने जाते हैं। विकास के लिए दुनिया में हमारी सराहना भी हो रही है।”
इस प्रकार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई सरकार के उद्देश्यों और योजनाओं को स्पष्ट रूप से सामने रखा, जिसमें भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था और वैश्विक प्रभाव पर विशेष जोर दिया गया।