Moscow concert attack: मरने वालों की संख्या बढ़कर 93 हुई, हिरासत में 11 लोग; अमेरिका की चेतावनी और राजनीतिक उलझन

रूस की राजधानी मॉस्को में हुए आतंकवादी हमले के संदर्भ में अमेरिका की चेतावनी और उससे जुड़ी राजनीतिक उलझनों का विवरण। जानें हमले की सच्चाई और इसके पीछे की राजनीतिक कड़ियाँ।

रूस की राजधानी मॉस्को में हुए आतंकवादी हमले की घटना ने समाचार मीडिया में तहलका मचा दिया है। इस हमले में 60 से अधिक लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक लोगों को घायल किया गया। इस बड़े हमले के बाद, अमेरिका ने एक बड़ा दावा किया है कि उन्होंने पहले ही रूस को हमले की संभावना के बारे में चेतावनी दी थी।

व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता एड्रिएन वाटसन ने कहा कि अमेरिका ने मॉस्को में होने वाले हमले की संभावना के बारे में रूस को पहले ही चेतावनी दी थी। उन्होंने बताया कि इस महीने की शुरुआत में अमेरिकी सरकार को यह जानकारी मिली थी कि आतंकवादी मॉस्को में हमले की योजना बना रहे हैं। उन्होंने इसे रूस में रहने वाले अमेरिकी नागरिकों के लिए एक एडवायजरी जारी करने के लिए कहा गया था। यह जानकारी रूसी अधिकारियों के साथ भी साझा की गई थी।

हमले के बाद, विशेष पुलिस बल ने तत्काल मोर्चा संभाल लिया है और आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने हमले की जिम्मेदारी ली है। अमेरिकी अधिकारियों ने इस हमले के पीछे रूस से संबंधित आतंकवादी संगठनों की संभावना जताई है।

इस घटना के बाद, अमेरिका ने यूक्रेन के गोलीबारी में शामिल होने की शर्त पर इनकार किया है। व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारी जॉन किर्बी ने कहा कि उनके पास अभी तक कोई जानकारी नहीं है कि यूक्रेन या यूक्रेनी लोग इस हमले में शामिल थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *