ड्राइविंग लाइसेंस की प्राप्ति के लिए पारंपरिक प्रक्रिया की जगह अब डिजिटल तकनीकों ने आसानी और तेजी से संभावनाएं प्रदान की हैं।
ड्राइविंग लाइसेंस कानूनी रूप से वाहन चलाने के लिए आवश्यक दस्तावेजों में से एक है। चाहे वाहन दो पहिया हो, तीन पहिया हो, या फिर चार पहिया हो। ड्राइविंग लाइसेंस (डीएल) के बिना वाहन चलाने पर दंड का प्रावधान है। पहले, डीएल बनवाने में काफी मुश्किल होती थी। आरटीओ दफ्तर के कई चक्कर लगाने पड़ते थे। सरकारी प्रक्रिया के काम में परेशानी महसूस करने वाले किसी बिचौलिए के जरिए काम कराते थे, जिससे ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने के लिए ज्यादा पैसे और समय खर्च करना पड़ता था।
लेकिन इंटरनेट के युग में, जब हर काम डिजिटल तरीके से हो जाता है, डीएल बनवाने के लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है। अब आप अपने घर से ही ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन कर सकते हैं। फॉर्म भरने से लेकर भुगतान तक का पूरा प्रोसेस ऑनलाइन हो गया है। हालांकि, दस्तावेजों के सत्यापन और अन्य प्रक्रियाओं के लिए आपको अभी भी आरटीओ जाना पड़ सकता है। अगर आपको भारत में नए ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन करना है, तो यहां हम आपको डीएल के ऑनलाइन आवेदन की पूरी प्रक्रिया बता रहे हैं।
ऑनलाइन ड्राइविंग लाइसेंस आवेदन गाइड:-
पहला कदम:
सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण यह है कि ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए आप परिवाहन वेबसाइट पर जाएं, और जो सर्विस आपको चाहिए उसे चुनें। इसके बाद, राज्य को चुनें, और लर्नर्स लाइसेंस के तहत, ‘न्यू लर्नर्स लाइसेंस के लिए आवेदन’ पर क्लिक करें।
दूसरा कदम:
इसके बाद, फॉर्म ध्यान से भरें। सुनिश्चित करें कि कोई गलती नहीं हो। फॉर्म जमा करने से पहले फॉर्म को कई बार देखें। इसके बाद, आपको सहायक दस्तावेज, फ़ोटो अपलोड करने होंगे और फिर दस्तावेज पर ई-हस्ताक्षर करना होगा। इसके बाद फीस का भुगतान, स्लॉट बुक करना और लर्नर्स लाइसेंस टेस्ट देना होता है।
तीसरा कदम:
यह ध्यान रखें कि आधार कार्ड वाले आवेदक के लिए ऑनलाइन परीक्षा ली जा सकती है और ई-लर्नर लाइसेंस तुरंत जारी किया जाएगा। हालांकि, आधार कार्ड के बिना आवेदकों के लिए, डेडिकेटेड सेंटर पर जाकर परीक्षा देना पड़ता है।
चौथा कदम:
लर्नर्स लाइसेंस हासिल करने के बाद, आप ड्राइव करने या राइड करने के लिए तैयार हैं। हालांकि, कुछ क्लॉज के लिए आपको यह प्रदर्शित करने की आवश्यकता होगी कि आप वाहन पर एक लर्नर हैं और आपके पास हमेशा एक वैध लाइसेंस है। अतिरिक्त नियम हैं, हालांकि, यह राज्य के आधार पर अलग-अलग होते हैं, इसलिए नियमों को ध्यान से देखें।
पांचवा कदम:
लर्नर लाइसेंस जारी हो जाने के बाद, आपको ड्राइविंग/राइडिंग टेस्ट देने के लिए 30 दिनों के बाद आरटीओ जाने के लिए कहा जाएगा, जिसके बाद एक स्थायी लाइसेंस जारी किया जाएगा। ध्यान रखें कि यहां बताई गई कुछ प्रक्रियाएं हर राज्य के आधार पर अलग हो सकती हैं, लेकिन मोटे तौर पर प्रक्रिया वही रहती है।