मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश में स्थापित और नई परियोजना से उद्योगों की बिजली जरूरतों पर ध्यान देना होगा। कहा कि राज्य गठन के बाद यूजेवीएनएल का गठन उत्तराखंड को ऊर्जा राज्य बनाने के लिए किया गया था। ऊर्जा क्षेत्र की विकास योजनाओं को समय पर पूर्ण करने में केंद्र सरकार का पूरा सहयोग मिल रहा है।
देहरादून: “मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि वैश्विक निवेशक सम्मेलन में ऊर्जा क्षेत्र में एक लाख करोड़ रुपये का निवेश हुआ है। इससे राज्य के ऊर्जा क्षेत्र में नया दौर आएगा। उन्होंने यूजेवीएनएल से 2030 तक विद्युत उत्पादन के लक्ष्य को 2200 मेगावाट से अधिक बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्थापित और नई परियोजनाओं से उद्योगों की बिजली आवश्यकताओं पर ध्यान देना होगा।
शनिवार को यूजेवीएनएल के 23वें स्थापना दिवस समारोह में मुख्यमंत्री ने नए कारपोरेट भवन का लोकार्पण किया। साथ ही, निगम ने सीएसआर फंड के तहत सरस्वती विद्या इंटर कॉलेज भानियावाला को बस देकर रवाना किया। इस अवसर पर प्रबंध निदेशक संदीप सिंघल ने सीएम को 20.9 करोड़ लाभांश का चेक भेंट किया।
मुख्यमंत्री ने सभी विभागों और संस्थानों से बेहतर वर्क कल्चर के साथ जीरो पेडेंसी का संकल्प लेने को भी कहा। यूजेवीएनएल का गठन उत्तराखंड को ऊर्जा राज्य बनाने के लिए हुआ था और ऊर्जा क्षेत्र की विकास योजनाओं में केंद्र सरकार का पूरा सहयोग मिल रहा है।
लखवाड़ बहुउद्देश्यीय जल विद्युत परियोजना तेजी से कार्यान्वित हो रही है। इससे करीब 475 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन हो सकेगा, जो प्रदेश के ऊर्जा क्षेत्र में नए अवसर पैदा करेगा। जमरानी बांध परियोजना के लिए भी केंद्र सरकार की मंजूरी मिल चुकी है और शीघ्र ही इसका काम शुरू होगा।
सरकार ने नई जल विद्युत नीति लागू की है, जिसमें संस्थानों को अपनी संपत्तियों का भी ध्यान रखने का निर्देश दिया गया है। अवैध अतिक्रमण के मामले संज्ञान में आ रहे हैं और सरकार अतिक्रमण को बर्दाश्त नहीं करेगी। इस मौके पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने निगम की योजनाओं की जानकारी दी। कार्यक्रम में विधायक सविता कपूर, विद्युत नियामक आयोग के अध्यक्ष डीपी गैरोला, प्रबंध निदेशक संदीप सिंघल, निदेशक परियोजना सुरेश चंद्र बलूनी, निदेशक वित्त सुधाकर बडोनी मौजूद थे।
यूजेवीएनएल ने वर्ष 2022-23 में कुल 5433 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादित की और इससे 115.64 करोड़ रुपए का लाभ हुआ। इससे देश को सात वर्षों से लाभ हो रहा है।”