बिहार में चुनावी महाकवि में एक नया पल शुरू हो रहा है! प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच सीट बंटवारा का मुद्दा किस प्रकार रहेगा, इस पर है सभी की नजरें। यहाँ जानें इस रोमांचक चुनौती की विस्तृत रूपरेखा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दो मार्च को बिहार यात्रा के दौरान, भारतीय जनता पार्टी ने उनके साथ 195 प्रत्याशियों की सूची जारी की। आज फिर, प्रधानमंत्री मोदी बिहार में हैं और भाजपा की दूसरी सूची की संभावना है। हालांकि, यदि ऐसा होता है, तो भाजपा अपनी 17 सीटों के लिए अपने प्रत्याशियों की सूची को गुरुवार को जारी कर सकती है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को पीएम मोदी के साथ मंच साझा किया है और इसके बाद रात को वे दिल्ली रवाना होंगे।
गुरुवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की बैठक में नीतीश कुमार को उनके विरोधी चिराग पासवान के साथ मिलने की संभावना है। इस बैठक में अन्य गठबंधन सदस्यों की भी उपस्थिति है। यदि सब कुछ ठीक रहता है, तो सीटों का बंटवारा गुरुवार को हो सकता है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जो पहले से ही महागठबंधन के साथ हैं, ने जून से ही सीटों का वितरण और दलों के साथ सीट फाइनल करने की मांग की थी। 28 जनवरी को, जब वह फिर से एनडीए में शामिल हुए, तब से इसका नतीजा निकलना संभावित है कि सीटों का बंटवारा जल्दी ही होगा। हालांकि, लोजपा के सांसद चिराग पासवान ने नीतीश कुमार से दूरी बनाए रखने के साथ ही, सीट बंटवारा में दिक्कतें आ रही हैं।
सीएम नीतीश कुमार को विदेश जाने का निर्णय लेने से पहले, पहले सीट फाइनल करने का प्रयास करना उचित होगा। उनका विदेश दौरा भी स्वीकृत है, लेकिन सीट बंटवारा पहले होना चाहिए।
भाजपा ने मंगलवार रात की बैठक में स्पष्टता से घोषित किया कि वे अपने 17 सीटों के लिए प्रत्याशियों के साथ चर्चा करेंगे। इसमें केंद्रीय मंत्री, लोकसभा और राज्यसभा सांसदों के साथ-साथ विधानसभा के अध्यक्ष भी शामिल थे। भाजपा ने पिछले लोकसभा चुनाव में इन 17 सीटों पर उम्मीदवारों को चुनावी जीत हासिल की थी, इसलिए उनका इस बार भी उत्साह बना हुआ है।
अब, शेष 23 सीटों में से पिछले बार जनता दल यूनाईटेड ने 17 और लोक जनशक्ति पार्टी ने छह पर प्रत्याशी दिए थे। लोजपा ने अपनी सभी 17 सीटों को जीता था, जबकि जदयू ने एक सीट पर हार का सामना किया था। इस बार राजग में लोजपा के दो टुकड़े हैं, जो कि चिराग पासवान और पशुपति कुमार पारस के रूप में दिखाई दे रहे हैं। इसके बावजूद, दोनों अपनी सीटों की गिनती अलग-अलग कर रहे हैं और हाजीपुर सीट के लिए टकराव भी है।
भाजपा के नेता सम्राट चौधरी ने कहा कि उन्होंने 17 सीटों पर प्रत्याशियों के साथ चर्चा करने का निर्णय लिया है। इससे स्पष्ट है कि भाजपा इस बार भी उन सीटों पर उत्साहित है और इसमें कोई संदेह नहीं है। शेष 23 सीटों के बारे में विवादित स्थिति में, लोजपा के बीच सहमति हासिल करना आवश्यक है ताकि सीटों का वितरण बिना किसी विघ्न के हो सके।