छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के काफिले पर हमला किया है। इस हमले में 8 जवानों समेत एक नागरिक ड्राइवर शहीद हो गए हैं। बीजापुर की घटना पर गृह मंत्री अमित शाह ने दुख जताया है। उन्होंने कहा कि 2026 तक नक्लवाद को खत्म करके रहेंगे। आपको बता दें कि एक वाहन में डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड के जवान सवार थे। इन जवानों को निशाना बनाते हुए नक्सलियों ने आईडी ब्लास्ट किया। लोगों के मुताबिक विस्फोटक लदे वाहन को सुरक्षाबलों के काफिले के पास विस्फोट किया गया। इसकी वजह से वाहन के परखच्चे उड़ गए। हमला इतना भयानक था कि विस्फोट वाली जगह पर एक बड़ा गड्डा हो गया।
सुरक्षाबलों पर नक्सलियों ने उस वक्त हमला किया जब वो एंटी नक्सली ऑपरेशन चल रहा है। बीजापुर में सुरक्षाबलों की टीम अपना ऑपरेशन पूरा करके लौट रही थी तभी नक्सलियों ने इस वारदात को अंजाम दिया। इस घटना के बाद सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है। और सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। जवानों की टीम कुटरू थाना के गांव अंबेली के पास पहुंची थी, वे कुटरू-बेद्रे रोड पर थे जब उनपर हमला किया गया। हमले में शहीद होने वालों में डीआजी के 8 जवान और एक नागरिक ड्राइवर शामिल है।
दो साल में सुरक्षाबलों पर सबसे बड़ा अटैक!
बस्तर रेंज के पुलिस इंस्पेक्टर जनरल सुंदरराज पी के बताया कि यह घटना कुटरू थाना के अंबेली गांव के पास हुई। सुरक्षाबल नक्सल विरोधी अभियान के बाद अपने वाहन से लौट रहे थे तब नक्सलियों ने ये कायराना हरकत की। एक अधिकारी के मुताबिक पिछले दो सालों में नक्सलियों का सुरक्षाबलों पर सबसे बड़ा हमला है। इससे पहले 26 अप्रैल 2023 को दंतेवाड़ा जिले में सुरक्षाकर्मियों को ले जा रहे एक काफिले का हिस्सा रहे वाहन को नक्सलियों ने उड़ा दिया था। जिसमें दस पुलिसकर्मियों और एक ड्राइवर नागरिक की मौत हो गई थी।
मुख्यमंत्री विष्णु साय ने घटना पर दुख जताया
मुख्यमंत्री ने बीजापुर में नक्सलियों द्वारा किए गए आईडी ब्लास्ट में शहीद जवानों और एक ड्राइवर चालक के शहीद होने पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि ये खबर बेहद दुखद है। बस्तर में चल रहे नक्सल उन्मूलन अभियान से नक्सली हताश है और विचलित होकर ऐसी कायराना हरकतों को अंजाम दे रहे हैं। जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। नक्सलवाद के खात्मे के लिए हमारी यह लड़ाई मजबूती से जारी रहेगी।