आनंद विहार-अप्सरा बॉर्डर एलिवेटेड कॉरिडोर का उद्घाटन जल्द ही होने वाला है, जिससे लाखों वाहन चालकों को जाम से राहत मिलेगी। इस कॉरिडोर के शुरू होते ही दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद के बीच सिग्नल-फ्री सफर का सपना होगा साकार। हालांकि, पेड़ काटने की अनुमति न मिलने से थोड़ा काम बाकी है, लेकिन परियोजना लगभग पूरी हो चुकी है। ट्रायल रन सफल रहा है और अब बस उद्घाटन की तारीख तय होने का इंतजार है।
आनंद विहार-अप्सरा बॉर्डर एलिवेटेड कॉरिडोर: जल्द खुलेगा जाम मुक्त सफर का रास्ता
पूर्वी दिल्ली के लोगों और गाजियाबाद, नोएडा से आने-जाने वाले वाहन चालकों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। आनंद विहार-अप्सरा बॉर्डर एलिवेटेड कॉरिडोर के उद्घाटन की तारीख जल्द ही घोषित हो सकती है। लोकनिर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने इस संबंध में मुख्यमंत्री आतिशी को पत्र लिखकर तारीख तय करने का अनुरोध किया है। माना जा रहा है कि आने वाले कुछ दिनों में यह तारीख पक्की हो जाएगी। इसके शुरू होते ही लाखों वाहन चालकों को भारी जाम से निजात मिलने की उम्मीद है, जो इस क्षेत्र में आवाजाही को लेकर बड़ी समस्या रही है।
ट्रायल रन हुआ सफल, बस दो पेड़ बन रहे बाधा
फ़िलहाल इस कॉरिडोर पर ट्रायल के तौर पर वाहन चलाए जा रहे हैं, और यह ट्रायल सफल भी रहा है। हालांकि, दो पेड़ों की वजह से यातायात के मार्ग में थोड़ी समस्या आ रही है। अधिकारियों के अनुसार, इन पेड़ों को काटने की अनुमति अभी तक नहीं मिली है, क्योंकि यह स्थान वन क्षेत्र के अंतर्गत आता है। इस कारण पेड़ों के पास बैरिकेड्स और रिफ्लेक्टिव टेप लगाने की योजना बनाई जा रही है ताकि यातायात में कोई रुकावट न हो।
2019 में बनी योजना, अब होगा पूरा
इस एलिवेटेड कॉरिडोर की योजना 2019 में बनाई गई थी, लेकिन कोविड-19 महामारी और अन्य कारणों से यह परियोजना देरी का शिकार होती रही। अक्तूबर 2022 में तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसकी आधारशिला रखी थी, और इसे 8 दिसंबर 2023 तक पूरा किया जाना था। अब यह परियोजना लगभग पूरी हो चुकी है, बस कुछ पेड़ों के कारण रैंप का काम शेष है, जिसे यातायात शुरू होने के बाद भी पूरा किया जा सकता है। इसके अलावा, पेड़ों के पास गति नियंत्रित करने के लिए रंबल स्ट्रिप्स लगाने की योजना पर भी विचार किया जा रहा है।
आनंद विहार में ट्रैफिक का दबाव होगा कम
इस कॉरिडोर का सबसे बड़ा लाभ आनंद विहार मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब को मिलेगा। आनंद विहार में पहले से ही रेलवे स्टेशन, बस अड्डा, डीटीसी बस टर्मिनल और मेट्रो सेवाएं मौजूद हैं। इसके साथ ही, जल्द ही यहां से आरआरटीएस (रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम) का कॉरिडोर भी जुड़ेगा, जिससे यात्रा और भी सुगम हो जाएगी। इस सिग्नल-फ्री कॉरिडोर से दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा और अन्य राज्यों से आने वाले लाखों यात्रियों को यातायात में आसानी होगी, और आनंद विहार के पास वाहनों का दबाव भी कम होगा।
मेरा दृष्टिकोण:
इस कॉरिडोर का उद्घाटन न केवल पूर्वी दिल्ली बल्कि पूरे एनसीआर क्षेत्र के लिए एक बड़ा कदम साबित होगा। गाजियाबाद और नोएडा से आने-जाने वालों के लिए यह जाम मुक्त सफर का नया रास्ता खोलेगा। साथ ही, पेड़ों को संरक्षित करने के साथ इस परियोजना को आगे बढ़ाना दिखाता है कि कैसे हम विकास और पर्यावरण के बीच संतुलन बनाए रख सकते हैं। यह कॉरिडोर भविष्य में यात्रियों के लिए एक बेहतर और सुविधाजनक अनुभव प्रदान करेगा, जिससे समय की भी बचत होगी और दिल्ली के यातायात में सुधार भी आएगा।