रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की धमाकेदार प्रस्तुति ने डब्ल्यूपीएल महिला प्रीमियर लीग के फाइनल मुकाबले में हर दिल को चूम लिया। जानिए कैसे उन्होंने दिल्ली कैपिटल्स को हराया और महिला क्रिकेट में नए इतिहास को रचा।
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) ने महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) के फाइनल मुकाबले में रविवार को दिल्ली कैपिटल्स को आठ विकेट से हराकर खिताब अपने नाम किया। दिल्ली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 18.3 ओवर में 113 रन बनाए थे। आरसीबी ने 19.3 ओवर में दो विकेट खोकर आसानी से लक्ष्य प्राप्त कर लिया। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए यह पहला खिताब है, और उन्होंने दिल्ली को उसके घर में हराया।
यह मैच दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेला गया था। बैंगलोर की पुरुष टीम ने कभी आईपीएल की ट्रॉफी नहीं जीती है, लेकिन महिला टीम डब्ल्यूपीएल के दूसरे सीजन में ही विजेता बनकर उभरी। खास बात यह है कि दिल्ली और बैंगलोर के बीच अब तक इस लीग में कुल पांच मैच खेले गए हैं और बैंगलोर ने पहली बार जीत हासिल की, और वह भी फाइनल जैसे मैच में।
बैंगलोर की पारी:
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लक्ष्य के पीछे दौड़ते हुए सोफी डिवाइन और स्मृति मंधाना ने अच्छी शुरुआत की, और दोनों बल्लेबाजों ने पहले विकेट के लिए 49 रन की साझेदारी की। इस साझेदारी को शिखा पांडे ने सोफी डिवाइन को आउट करके तोड़ा जिन्होंने 32 रन बनाए।
इसके बाद कप्तान मंधाना ने पारी संभाली, लेकिन उन्हें मिन्नू मणि ने 31 रन पर पवेलियन भेजा। फिर एलिस पैरी और ऋचा घोष ने आखिरी ओवर में टीम को जीत दिलाई। बैंगलोर को आखिरी ओवर में पांच रन की जरूरत थी।
दिल्ली की पारी:
इससे पहले रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने श्रेयांका पाटिल और मोलीन्यूक्स की शानदार गेंदबाजी के दम पर दिल्ली की पारी 18.3 ओवर में 113 रन पर ऑलआउट कर दी। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी दिल्ली की टीम को शेफाली वर्मा और कप्तान मेग लैनिंग की सलामी जोड़ी ने शानदार शुरुआत दिलाई।
दोनों बल्लेबाजों ने आक्रामक अंदाज में खेलकर आरसीबी के गेंदबाजों पर दबाव बनाया, लेकिन आठवां ओवर डालने आईं बाएं हाथ की स्पिनर मोलीन्यूक्स ने इस ओवर में शेफाली, कैप्सी और जेमिमा को आउट कर दिल्ली की पारी लड़खड़ा दी।
शेफाली ने 27 गेंद में दो चौके और तीन छक्के की मदद से 44 रन की पारी खेली। इसके बाद श्रेयांका पाटिल ने दिल्ली के बल्लेबाजों को जमने का मौका नहीं दिया। दिल्ली की बल्लेबाजी इतनी खराब रही कि एक समय बिना किसी नुकसान के 64 रन बनाने वाली टीम पूरे 20 ओवर भी नहीं खेल सकी और 18.3 ओवर में 113 रन पर सिमट गई। आरसीबी के लिए श्रेयंका पाटिल ने चार, मोलीन्यूक्स तीन और आशा ने दो विकेट लिए।