प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने द्वारका एक्सप्रेसवे का शानदार उद्घाटन करते हुए देश को एक नए राष्ट्रीय मार्ग के साथ यह तोहफा दिया है। इस 29.5 किलोमीटर लंबे मार्ग से गुरुग्राम और दिल्ली के बीच सुधारित कनेक्टिविटी से जनता को बड़ी सुविधा मिलेगी।
द्वारका एक्सप्रेसवे मार्ग: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को द्वारका एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया। उनके कार्यक्रम के लिए प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली थी। प्रधानमंत्री ने यहां गुरुग्राम में देश भर में लगभग एक लाख करोड़ रुपये की 112 बड़ी राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुग्राम में एक रोड शो में शामिल हुए। यहां उन्होंने करीब देशभर के लिए एक लाख करोड़ की 112 नेशनल हाईवे प्रोजेक्ट की योजनाओं का लोकार्पण किया, जिससे दिल्ली और गुरुग्राम के एनएच-48 पर लोगों को ट्रैफिक से राहत मिलेगी।
प्रधानमंत्री ने हरियाणा के सीएम मनोहर लाल और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ द्वारका एक्सप्रेसवे का निरीक्षण किया। पीएम कुछ ही देर में गुरुग्राम में द्वारका एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करेंगे। दिल्ली से भाजपा के मौजूदा सांसद और आगामी लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी के उम्मीदवार गुरुग्राम पहुंचे और पीएम मोदी का स्वागत किया।
द्वारका एक्सप्रेसवे की लागत लगभग नौ हजार करोड़ रुपये है। इस 29.5 किलोमीटर के मार्ग में से 19 किलोमीटर गुरुग्राम से होकर गुजरता है और इसे अंतिम रूप देने के लिए एनएचएआई के अधिकारी सुधार और सौंदर्यीकरण के कार्यों में जुटे हैं। जून माह तक दिल्ली में करीब नौ किलोमीटर पैच का काम पूरा होने की संभावना है।
एक्सप्रेसवे को चार हिस्सों में विभाजित किया गया है, जिसमें पहला हिस्सा महिपालपुर के पास शिव मूर्ति से द्वारका तक जोड़ता है। दूसरा द्वारका अर्बन एक्सटेंशन रोड (यूईआर) से बजघेरा तक जोड़ता है। तीसरा हिस्सा बजघेरा से बसई रेल ओवरब्रिज (दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर) है और चौथा हिस्सा बसई आरओबी से खेड़की दौला तक है। इसमें गुरुग्राम में पड़ने वाले राजमार्ग के हिस्से में क्लोवरलीफ इंटरचेंज शामिल है, जो दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस वे (एनएच -48) और खेड़की दौला के पास दक्षिणी पेरिफेरल रोड (एसपीआर) को जोड़ेगा।
राव ने कहा कि द्वारका एक्सप्रेसवे एक्सप्रेसवे के आरंभ होने से गुरुग्राम और दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट के बीच कनेक्टिविटी बेहतर होगी और इस परियोजना में सड़क परिवहन की चार श्रेणी शामिल हैं, जैसे कि टनल, अंडरपास, फ्लाईओवर और फ्लाईओवर के ऊपर फ्लाईओवर होंगे।
हरियाणा में इस एक्सप्रेसवे की लंबाई 18.9 किलोमीटर और दिल्ली में 10.1 किलोमीटर है। राव ने कहा कि गुरुग्राम के निवासियों के लिए सरकार की यह एक बड़ी सौगात है, जिससे न केवल गुरुग्राम बल्कि एनसीआर क्षेत्र में सड़कों के ढांचागत तंत्र को नया विस्तार मिलेगा।
लगभग 9000 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे इस एक्सप्रेसवे को देश का पहला 8 लेन का एलिवेटेड एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है। इसमें 9 किलोमीटर लंबाई में सिंगल पिलर पर आठ लेन का 34 मीटर चौड़ा एलिवेटेड रोड भी है जो देश में अपनी तरह का पहला एलिवेटेड रोड है।
द्वारका एक्सप्रेसवे में गुरुग्राम जिले के सेक्टर-88 (बी), 83, 84, 99, 113 को द्वारका सेक्टर-21 से जोड़ा जाएगा और दिल्ली-रेवाड़ी रेललाइन को गुरुग्राम के सेक्टर-88 (बी) के पास और भरथल में भी क्रॉस करेगा।
द्वारका एक्सप्रेसवे की शुरुआत से दिल्ली-जयपुर हाईवे पर वाहनों का दबाव कम होगा और लोगों को जाम से राहत मिलने की उम्मीद है।