उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 4 फरवरी को विधानसभा में महाकुंभ को लेकर सरकार की उपलब्धियां गिनाई। उन्होंने कहा कि महाकुंभ में करोड़ों लोग आए और छेड़खानी, लूट, हत्या जैसी कोई घटना नहीं हुआ। उन्होंने एक नाविक की सफलता की बात बताते हुए कहा कि आपने कहा कि हम सांप्रदायिक हैं बताइए हम कहां से सांप्रदायिक हैं। हमारा तो आदर्श है सर्वे भवन्तु सुखिन: सर्वे संतु निरामया और उसका सबसे आदर्श उदाहरण कुंभ है। महाकुंभ में भारत के विकास और विरासत की छाप दिखाई दी। किसी के साथ कुंभ में भेदभाव नहीं हुआ, किसी के साथ न जाती का, न क्षेत्र का, न मत और न ही मजहब का, कोई भेदभाव नहीं हुआ।
नाविक की सफलता की कहानी- योगी की जुबानी
सीएम योगी ने विधानसभा में कुंभ के दौरान नाविक परिवार की सफलता की कहानी शेयर की। उन्होंने कहा कि मैं एक नाविक की सस्सेस कहानी बताता हूं इस नाविक परिवार के पास 130 नौकाएं थी। 45 दिन में इन लोगों ने शुद्ध बचत 30 करोड़ रुपये की। यानी एक नाव ने 45 दिनों में 23 लाख रुपये की कमाई की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम सबका साथ, सबका विकास की बात करते हैं, 45 दिनों के आयोजन ने भारत की विरासत और विकास की एक अनुपम छाप न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया में छोड़ी है। इस कार्यक्रम के सफल आयोजन की गूंज दुनिया में लंबे समय तक सुनाई देगी। ये हमारे सनातन धर्म के गौरव की बात है। इस आयोजन से हमारी अर्थव्यवस्था को साढ़े तीन लाख करोड़ का लाभ होने की उम्मीद है। सीएम ने कहा कि महाकुंभ हमारे लिए अग्निपरीक्षा थी। महाकुंभ में 33 करोड़ महिलाएं आई लेकिन अपराध की एक भी घटना नहीं हुई।