40 भूमिगत मेट्रो स्टेशन 5जी नेटवर्क से होंगे लैस, कॉल ड्रॉप की नहीं होगी समस्या

यात्रियों को भूमिगत मेट्रो स्टेशन में टेलीकॉम नेटवर्क में आने वाली परेशानी दूर हो रही है। यात्रियों को पांच माह के अंदर 5जी नेटवर्क कनेक्टिविटी की सेवा मिलने लगेगी। ऐसे में यात्री मेट्रो में यात्रा के दौरान बिना कोई बाधा के मोबाइल और लैपटॉप का इस्तेमाल कर सकते हैं।

दिल्ली: मेट्रो में सफर करने वाले यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। यात्रियों को अब इंटरनेट के इस्तेमाल व कॉल ड्रॉप की समस्या से जूझना नहीं पड़ेगा। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) 40 भूमिगत मेट्रो स्टेशनों को 5जी नेटवर्क से निर्बाध कनेक्टिविटी युक्त बना रहा है।

यात्रियों को भूमिगत मेट्रो स्टेशन में टेलीकॉम नेटवर्क में आने वाली परेशानी दूर हो रही है। यात्रियों को पांच माह के अंदर 5जी नेटवर्क कनेक्टिविटी की सेवा मिलने लगेगी। ऐसे में यात्री मेट्रो में यात्रा के दौरान बिना कोई बाधा के मोबाइल और लैपटॉप का इस्तेमाल कर सकते हैं। यात्री रियल टाइम अपडेट प्राप्त कर सकते हैं और आसानी से ऑनलाइन लेनदेन कर सकते हैं। इसे लेकर टेलीकॉम सेवा प्रदाताओं को भूमिगत स्टेशनों पर 5जी कनेक्टिविटी सेवा देने के लिए कहा गया है।

69 स्टेशनों में मिलेगी सेवा

डीएमआरसी अपने 69 भूमिगत मेट्रो स्टेशनों पर 5जी की शुरुआत करके मोबाइल कनेक्टिविटी को और मजबूत कर रहा है। इसमें 29 भूमिगत स्टेशनों को पूरी तरह से इन बिल्डिंग सॉल्यूशन (आईबीएस) प्रणाली के साथ सफलतापूर्वक उन्नत किया गया है। इससे यहां 5जी नेटवर्क सेवा सुचारू रूप से मिल रही हैं। मौजूदा समय में एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन सहित डीएमआरसी के पूरे मेट्रो नेटवर्क में 4जी मोबाइल नेटवर्क कनेक्टिविटी सफलतापूर्वक चल रही है।

240 टेलीकॉम टावर लगाए गए

स्टेशन पर लगभग 250 मीटर के आस-पास के क्षेत्रों में मोबाइल नेटवर्क बढ़ाने के लिए एलिवेटेड कॉरिडोर पर लगभग 240 टेलीकॉम टावर लगाए हैं। मेट्रो यात्रियों को सफर में बदलती तकनीक और जरूरतों को देखते हुए 5जी की सुविधा मिलने से उन्हें काफी फायदा होगा। मेट्रो के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह जटिल कार्य है। मेट्रो सेवाएं जब देर रात्रि को बंद होती हैं, तो उसके बाद सीमित समय में तकनीक से जुड़े काम किए जाते हैं।

102.4 किमी जमीन के नीचे दौड़ती हैं मेट्रो

दिल्ली मेट्रो का जाल कुल 390.143 किलोमीटर में फैला हुआ है। इसमें लगभग 102.4 किलोमीटर में मेट्रो भूमिगत दौड़ती है। मौजूदा समय में एक्वा लाइन व रैपिड मेट्रो स्टेशन को मिलाकर 286 मेट्रो स्टेशन हैं। बता दें सबसे अधिक भूमिगत मेट्रो स्टेशन येलो लाइन (समयपुर बादली से मिलेनियम सिटी सेंटर गुरुग्राम) पर हैं। इसके बाद पिंक लाइन (मजलिस पार्क से शिव विहार) में हैं।

डीएमआरसी अपने पूरे नेटवर्क में मोबाइल कनेक्टिविटी को बेहतर और अपडेट करने के लिए लगातार कार्य कर रही है। भूमिगत स्टेशन में नेटवर्क में आने वाली परेशानी काफी हद तक ठीक कर दी गई है। बाकी स्टेशनों पर कार्य किया जा रहा है। -अनुज दयाल, प्रधान अधिशासी निदेशक, डीएमआरसी

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