पाकिस्तान के क्वेटा से ताफ्तान जा रहे सेना के काफिले पर 16 मार्च रविवार को आतंकियों ने हमला किया है। इसमें सात सैनिक मारे गए हैं। जबकि 21 घायल हुए हैं। वहीं बलूच लिबरेशन आर्मी BLA ने 90 सैनिकों की मौत का दावा किया है। बलूच लिबरेशन आर्मी ने पाकिस्तानी सेना के काफिले पर हुए हमले की जिम्मेदारी ली है। ये हमला क्वेटा से 150 किलोमीटर दूर नोशकी में हमला हुआ। इस हमले के बाद सेना ने इलाके में हेलीकॉप्टर और ड्रोन तैनात कर दिए हैं।
सेना का काफिला शनिवार को ताफ्तान जा रहा था। इस काफिले में सेना की सात बसें और दो अन्य वाहन थे। जिनको निशाना बनाया गया। जानकारों के मुताबिक आईईडी से लदे हुए वाहन की सेना के काफिले की एक बस से टक्कर हो गई। ये आत्मघाती हमला था।
नोशकी स्टेशन के पुलिस अधिकारी के मुताबिक शुरुआती जांच में पता चला है कि ये आत्मघाती हमला था। सबूतों को जुटा जा रहा है और इससे पता चलता है कि आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटक से भरे वाहन की टक्कर जानबूझकर सेना के काफिले की गाड़ी से कर दी। पुलिस अधिकारी के मुताबिक मृतकों का आंकड़ा बढ़ सकता है। घायलों को नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बलूच विद्रोहियों का हमले को लेकर दावा
बीएलए ने बयान जारी कर इस हमले की जिम्मेदारी ली है। बलूच लिबरेशन आर्मी की फिदायीन यूनिट द मजीद ब्रिगेड ने नोशकी में पाकिस्तानी सेना पर आत्मघाती हमला किया। उनका दावा है कि मरनवालों की संख्या बढ़कर 90 हुई है। काफिले में सेना की आठ बसें थी। इनमें से एक बस विस्फोट में पूरी तरह से तहस-नहस हो गई इस हमले के तुरंत बाद बीएलए ने सेना की दूसरी बस को घेर लिया और सेना के सभी सैनिकों को मार गिराने का दावा किया।