India v\Russia: रूस से सस्ती दरों पर तेल खरीदने को लेकर भारत और रूस संबंध लगातार चर्चा का मुद्दा बना हुआ है। यूक्रेन पर आक्रमण के कारण अमेरिका समेत कई पश्चिमी देशों ने रूस पर आर्थिक प्रतिबंध लगा दिया है। इस प्रतिबंध के पीछे कई पश्चिमी देश के रूस की आय की श्रोत को कम करना है। और रूस को दुनिया से अलग-थलग करना है। रूस से रियायती तेल खरीदने के कदम पर भारत में जर्मनी के राजदूत ने कहा कि भारत अगर बहुत कम कीमत पर रूस से तेल खरीदता है तो मैं इसके लिए भारत को कोई दोष नहीं दे सकता।
वही आगे उन्होंने कहा कि भारत के पास कुशल और अच्छी कूटनीति है। और यूक्रेन में चल रहे युद्ध का समाधान निकाला जा सकता है। वहीं जर्मनी के राजदूत ने यह भी कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को रोकने में भारत उपाय करने के लिए भारत को सबसे उचित उम्मीदवार बताया है। जर्मनी के राजदूत ने कहा कि भारत के पास कुशल कूटनीति है अगर वह आगे तो समाधान जरूर निकल आएगा।
वही उन्होंने दूसरी ओर यह भी साफ किया कि जर्मनी यूक्रेन की मदद जारी रखेगा। जर्मनी राजदूत ने यह भी कहा कि जर्मन चैलेंजसर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की होने वाली बैठक मे चीन मुद्दा और यूक्रेन युद्ध प्रमुख मुद्दों में सबसे ऊपर होगा। जर्मनी राजदूत का ये बयान जर्मन चांसलर की द्विपक्षीय यात्रा से पहले आया है। शनिवार को भारत को आने वाले हैं या उनके वर्तमान कार्यकाल के दौरान उनका पहला भारत का दौरा होगा।