दिल्ली में रह रहे पाकिस्तानी शरणार्थी पहली बार वोट डालने को लेकर बेहद उत्सुक हैं। मजनू का टीला इलाके में अस्थायी घरों में रहने वाले पाकिस्तानी शरणार्थी इस देश में गर्व और कृतज्ञता के भाव के साथ पहली बार अपना वोट डालने की तैयारी में हैं। पाकिस्तान में उत्पीड़न का शिकार होकर वहां से आए ये शरणार्थी लोकतांत्रिक प्रक्रिया में हिस्सा लेने को लेकर उत्साहित हैं उनका कहना है कि हम काफी लंबे समय से भारत में रह रहे हैं लेकिन पहली बार वोट देने का अधिकार मिला है।
साल 2013 से दिल्ली में बसे
साल 2013 से दिल्ली में बसे इन परिवारों में से कई अब सम्मानजनक जीवन और राजनीतिक भागीदारी के अपने सपने को साकार होते देख रहे हैं। इन लोगों का कहना है कि चुनाव सिर्फ वोट देने के बारे में नहीं है बल्कि यह भारतीय नागरिक के तौर पर उनकी पहचान का प्रतीकात्मक दावा भी है।
भारत का नागरिक बनने की खुशी
मजनूं का टीला के पास बस्ती में रहने वाले लोगों का कहना है कि हम 2013 से यहां रह रहे हैं लेकिन पहली बार वोट डालने जा रहे हैं। मतदाता बनकर अच्छा लग रहा है। इन लोगों का कहना है कि चुनौतियों के बावजूद अब लगता है कि हम आगे बढ़ सकते हैं। इनकी इच्छा है कि सरकार हमारे लिए स्थाई घर बनाएं यह इलाका हमारा जाना पहचाना हैं कहीं और जाने का मतलब होगा एकदम से नए सिरे से शुरुआत करना। हालांकि बस्ती में रहने वाले सभी लोगों को नागरिकता नहीं मिली है लेकिन जितने भी लोग वोद देंगे वो उत्साहित हैं कि हमें वोट देकर अपने बच्चों के विकास के लिए अवसर चाहते हैं।