देहरादून: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 22 अप्रैल को शुरू हो रही है। चारधाम यात्रा को लेकर सारी तैयारियां पूरी हो चुकी है। चारधाम यात्रा की तैयारियों से पूर्व राज्य सरकार अलर्ट मोड़ पर आ गई है । मॉक ड्रिल के तहत की जा रही तैयारियों के बीच आज कई जनपदों में औचक मॉक ड्रिल की गई । इसी कड़ी में राजधानी देहरादून में आगामी चारधाम यात्रा के दौरान सभी लाइन विभाग आपसी तालमेल के साथ काम करेंगे , इसे देखने के लिए आज प्रदेश में मॉक ड्रिल की गई है।
प्रदेश भर में आपदा प्रबंधन की मॉक ड्रिल हुई , जहां पर उत्तरकाशी के बड़कोट में बादल फट गया तो वहीं हरिद्वार में गंगा में बाढ़ आने से 12 श्रद्धालु लापता हो गए। बचाव दल मौके पर हैं और वहां लापता श्रद्धालुओं को बचाया। उधर राजधानी देहरादून में प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी , हालात का जायजा लेने कंट्रोल रूम पहुंचे हैं ।
इस मौके पर सीएम धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा की तैयारियां पूरी हो गई हैं , मॉक ड्रिल इसलिए जरूरी है क्योंकि यहां कोई भी आपदा या दुर्घटना की स्थिति आती है तो उसके लिए सभी विभाग तैयार रहें। इस मॉक ड्रिल का हमारा यही उद्देश्य है कि हमारे प्रदेश में आने वाले सभी यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो, उनकी यात्रा सकुशल संपन्न हो।
मॉक ड्रिल में अधिकारी से लेकर कर्मचारी पूरी तरह से अभ्यास करने में जुटे रहे तो वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को केदारनाथ धाम के सेवादार सदस्यों के दल के वाहनों का फ्लैग ऑफ किया । इन सेवादारों की तरफ से केदारनाथ यात्रा मार्ग पर 21 से 25 अप्रैल तक श्रद्धालुओं के लिए उत्तराखंड के मुख्य सेवक के नाम पर भंडारे का आयोजन किया जाएगा । बाबा केदार की डोली को गुप्तकाशी से केदारनाथ पहुंचने तक यात्रा पड़ावों पर श्रद्धालुओं के लिए भंडारे का आयोजन किया जाएगा वहीं, 24 और 25 अप्रैल को हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा भी की जाएगी ।