एक तरफ भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ वार्ता कर रहे हैं तो वहीं अमेरिका अवैध अप्रवासियों को लेकर दूसरी फ्लाइट 16 या 17 को भारत आएगी। अमेरिकी सत्ता दोबारा संभालने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने कई अहम फैसले लिए हैं। जिसके बाद 5 फरवरी 2025 को अमेरिकी सैन्य विमान सी-17 के जरिए 104 भारतीय अप्रवासियों को वापस भारत भेजा गया था। ये वे लोग थे जो लाखों रुपये खर्च करके डंकी रूट या अवैध तरीकों से अमेरिका में घुसे थे और पिछले कई सालों से वहां रह रहे थे। पहली फ्लाइट में जो लोग अमेरिका से भारत लाए गए उनमें 30 पंजाब के, 33-33 हरियाणा और गुजरात के, तीन-तीन महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के और दो चंडीगढ़ से थे।
पीएम की यात्रा में उठ सकता है मुद्दा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संभवत: अप्रवासियों को भारत भेजने के मुद्दे को डोनाल्ड ट्रंप के सामने उठाए। ट्रंप प्रशासन पर आरोप है कि उसने 104 भारतीयों को हथकड़ी और बेड़ियों में जकड़कर एक सैन्य विमान से भारत भेजा। पिछले सप्ताह विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संसद में कहा था कि भारत यह सुनिश्चित करने के लिए अमेरिका के संपर्क में है कि निर्वासित किए जाने वाले भारतीयों के साथ किसी भी तरह का दुर्व्यवहार नहीं हो।