फिर डूबेगी दिल्ली?: यमुना किनारे बसे इलाकों में फिर घुसा बाढ़ का पानी, लोगों में दहशत का माहौल?

यमुना में आई बाढ़ से लोग अभी ठीक तरह से संभले भी नहीं थे कि एक बार फिर उफनाती नदी लोगों को डराने लगी है।

दिल्ली: यमुना में आई बाढ़ से लोग अभी ठीक तरह से संभले भी नहीं थे कि एक बार फिर उफनाती नदी लोगों को डराने लगी। नदी का जलस्तर बढ़ने से सोमवार को यमुना किनारे बसे कई इलाकों में फिर पानी घुसा था। नदी का जलस्तर बढ़ने से सुबह यमुना बाजार इलाके में कई घरों में पानी घुस गया था। आनन-फानन में लोगों को अपने घरों की ऊपरी मंजिल में शरण लेनी पड़ी। इससे लोगों में दहशत का माहौल था, लेकिन दोपहर तक पानी कम होने से लोगों ने राहत की सांस ली।

लोगों का कहना था कि बड़ी मुश्किल से पानी उतरा था, लेकिन सुबह जलस्तर में हुई वृद्धि ने डर को बढ़ा दिया। इलाके में संकरी गलियों में बाढ़ का पानी, गाद व कीचड़ फैल गया था। इससे लोगों को इलाके में आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। सबसे अधिक परेशानी बच्चों, महिलाओं व बुजुर्गों को उठानी पड़ रही थी। आलम यह था कि लोग बिजली के बिना खुले आसमान में रात काटने को मजबूर थे।

यमुना नदी में नाव चलाने वाले स्थानीय निवासी गणेश ने बताया कि सुबह जलस्तर बढ़ने से घर में पानी भर गया था। बाढ़ डरा रही थी, इससे रातों की नींद उड़ गई थी। स्थानीय निवासी किरण का कहना था कि घर की सफाई कर ही रहे थे कि फिर पानी आने से पूरी तरह टूट चुके थे। उन्होंने कहा था कि तेज बारिश न होने से थोड़ी राहत थी, लेकिन आने वाले दिनों में बारिश की भी चेतावनी थी। यमुना किनारे स्थित कई मंदिर भी दोबारा जलमग्न हो गए थे।

जलस्तर को देखते हुए लोग कर रहे थे तैयारी

यमुना के जलस्तर में हो रहे उतार-चढ़ाव ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी थी। ऐसे में लोग घर वापस नहीं लौट पा रहे थे। यमुना किनारे रहने वाले लोग असमंजस की स्थिति में थे। नदी के जलस्तर को देखते हुए लोग पहले ही तैयारी करने में जुट गए थे, ताकि पहले वाली स्थिति में न पहुंच पाएं। मजनू का टीला, मोनेस्ट्री मार्केट, हिंदू शरणार्थी कैंप के पास यमुना के जलस्तर को देखते हुए लोग बाढ़ से बचने की तैयारी कर रहे थे। हालात की गंभीरता को देखते हुए लोगों ने पानी को रोकने के लिए मिट्टी के बोरे रखे थे।

मोनेस्ट्री मार्केट में दुकानदार हुए चिंतित

मोनेस्ट्री मार्केट में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने की खबर सुनते ही दुकानदार बेचैन हो जाते थे। बाढ़ में जिन दुकानदारों का अधिक नुकसान हुआ था, उन्होंने अभी तक फिर से दुकानें नहीं खोली थीं। ऐसे में फिर से चेतावनी स्तर के ऊपर जाने से दुकानदार अपने सामान को निकालने लगे थे। दुकानदार राहुल ने बताया था कि जिस नाले से पानी आता है वह बैक फ्लो करने लगा था। हालांकि, अभी पानी यहां पहुंचा नहीं था।

 

 

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