केरल में हाल ही में हुए भूस्खलन से राज्य में 300 से ज्यादा लोगों की जान चली गई है। इस त्रासदी पर चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शोक संदेश भेजा है। वायनाड जिले में खोज और बचाव अभियान छठे दिन भी जारी है, जिसमें 1300 से अधिक कर्मियों की तैनाती की गई है।
चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग ने केरल में हाल ही में हुए भूस्खलन की घटनाओं पर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शोक संदेश भेजा है। उन्होंने मृतकों के परिजनों और घायल लोगों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। भूस्खलन की इस त्रासदी में राज्य में 300 से अधिक लोगों की जान चली गई है।
भारत में चीन के राजदूत शु फेइहोंग ने एक्स पर बताया कि 3 अगस्त को प्रधानमंत्री कियांग ने प्रधानमंत्री मोदी को एक संवेदना संदेश भेजा। कियांग ने कहा कि उन्हें यह जानकर गहरा दुख हुआ कि केरल में भूस्खलन जैसी आपदा आई, जिसमें कई लोग प्रभावित हुए हैं। चीन सरकार की ओर से उन्होंने शोक संतप्त परिवारों और घायलों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं।
वायनाड जिले के चूरालमाला और मुंडक्कई में भूस्खलन से अब तक 308 लोगों की मौत हो चुकी है। वायनाड में खोज और बचाव अभियान रविवार को अपने छठे दिन में प्रवेश कर चुका है। भूस्खलन के बाद कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है।
वायनाड जिला कलेक्टर मेघाश्री ने बताया कि बचाव अभियान तेज गति से चल रहा है और आज के अभियान के लिए 1300 से अधिक कर्मियों को तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि बचाव कार्य जोर-शोर से जारी है और स्वयंसेवक भी शामिल हैं। कल कुछ स्वयंसेवक भी फंस गए थे, इसलिए आज सावधानी बरती जा रही है ताकि ऐसा न हो।
इस बीच, केरल के मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने जानकारी दी कि चूरालमाला और मुंडक्कई इलाकों में पुलिस की रात की गश्त शुरू की गई है। सीएमओ ने एक बयान में कहा कि रात में पीड़ितों के घरों या क्षेत्रों में अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसमें कहा गया है कि बचाव अभियान के उद्देश्य से पुलिस की अनुमति के बिना रात में कोई भी इन स्थानों के घरों या क्षेत्रों में प्रवेश नहीं कर सकता है।