Uttarakhand tunel collapse: उत्तरकाशी में सिक्यारी टनल हादसे को लेकर पीएम मोदी ने उत्तराखंड सीएम से मामले को लेकर प्रगति रिपोर्ट मांगी है. मुख्यमंत्री ने एक्स पर पोस्ट कर बताया कि उन्होंने पीएम मोदी को पिछले 24 घंटे में हुई प्रगति की जानकारी दी।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात की और उत्तरकाशी सुरंग बचाव कार्य की प्रगति के बारे में जानकारी ली, जो 11वें दिन में लगातार जारी है
मजदूरों तक पहुंचाया भोजन
फिलहाल बचाव दल का फंसे हुए मजदूरों तक पहुंचने की कोशिशें जारी हैं, अब एजेंसियां उन्हें ठोस, गर्म भोजन उपलब्ध कराकर जीवित रखने की कोशिश भी लगातार कर रही हैं। मंगलवार शाम को श्रमिकों को पुलाव और मटर पनीर भी उपलब्ध कराया गया। बुधवार की सुबह एक बड़ी सफलता में, ऊर्ध्वाधर ड्रिलिंग के लिए एक स्थान की पहचान की गई।
क्या था मामला
बता दें कि 12 अक्टूबर को सुरंग धंसने से 41 मजदूर फंस गए थे। परिवार के सदस्यों ने फंसे हुए मजदूरों से रेडियो और पाइप के जरिए बात की है। राष्ट्रीय राजमार्ग और बुनियादी ढांचा विकास निगम के निदेशक अंशू मनीष खुल्को ने कहा,”वर्टिकल ड्रिलिंग के लिए स्थान की पहचान कर ली गई है। सुरंग के ऊपर पहाड़ी पर वर्टिकल ड्रिलिंग के लिए सड़क का काम लगभग पूरा हो चुका है। 350 मीटर से अधिक सड़क निर्माण का काम पूरा हो चुका है। बीआरओ सिल्क्यारा और बरकोट दोनों तरफ से सड़क बना रहा है, जो लगभग पूरा हो चुका है।
ढहने के बाद पहली बार फंसे हुए श्रमिकों के दृश्यों को कैद करने के लिए सुरंग में एक एंडोस्कोपी कैमरा भेजा गया था। एक अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि अगले 40 घंटों में अच्छी खबर मिलने की उम्मीद है क्योंकि बचाव कार्य जो पिछले 9 दिनों में सफल नहीं हो सका, उसमें सोमवार रात से कुछ सकारात्मक प्रगति शुरू हुई है।
ओएनजीसी, एसजेवीएनएल, आरवीएनएल, एनएचआईडीसीएल और टीएचडीसीएल पूरे बचाव कार्य की निगरानी कर रहे हैं। टेलिस्कोपिंग पद्धति से अब 900 मिमी के स्थान पर 800 मिमी व्यास वाले पाइप डाले जा रहे थे।