काली नदी चेतावनी स्तर 889 मीटर को पार कर 889.30 मीटर पर बह रही है। इसके खतरे का निशान 890 मीटर पर है।
उत्तराखंड: उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल में बुधवार को मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया। बारिश के कारण दो लोगों की मौत हो गई। वहीं, काली नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी।
रामनगर के ढिकुली में सूमो वाहन के उफनाए बरसाती नाले में बह जाने से लोक गायक प्रकाश चंद्र फुलारा की मौत हो गई जबकि सात लोग घायल हो गए। पिथौरागढ़ के कालापानी में बोल्डर की चपेट में आने से नेपाल के ग्राम दलेख निवासी 19 वर्षीय विनोद ठगुन्ना की जान चली गई। वह बकरियां चराने गया था। ढिकुली में बही कार में सवार लोग दिल्ली से द्वाराहाट स्थित अपने गांव गनौली में बैसी में शामिल होने के लिए जा रहे थे। गंभीर रूप से घायल लोक गायक प्रकाश चंद्र फुलारा को हायर सेंटर हल्द्वानी रेफर किया गया था लेकिन रास्ते में उनकी मौत हो गई। प्रकाश दिल्ली में प्राइवेट नौकरी कर रहे थे। उनकी तीन एलबम बाजार में आ चुकी थीं। चौथी एलबम आने वाली थी। वह 10 साल तक गांव के सरपंच भी रहे। यह भी बताया जा रहा है कि प्रकाश फुलारा के आठ साल के बेटे का दस अगस्त को दिल्ली के एक अस्पताल में दिल में छेद का ऑपरेशन हो गया था।
उधर, नैनीताल के कोटाबाग ब्लॉक के दूरस्थ ओखलढूंगा गांव के बीच से होकर बहने वाला डोन नाला उफान पर आ गया। नाले में आए मलबे और पानी ने अधिकतर मकानों को चपेट में ले लिया। इससे गांव में तबाही जैसे हालात हो गए। घर में पानी घुसने से ग्रामीणों के अधिकतर घरेलू सामान बह गया और राशन व बिस्तर आदि खराब हो गया। कई लोगों के गोशाला टूट गए। बुधवार को प्रशासन ने आपदा प्रभावित दस परिवारों के 26 लोगों को राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय ओखलढूंगा में शरण दी थी।
बागेश्वर, चंपावत और नैनीताल जिले में गुरुवार को बंद रहेंगे स्कूल।
बारिश के अलर्ट को देखते हुए नैनीताल, बागेश्वर और चंपावत जिले में 12वीं तक के स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बृहस्पतिवार को बंद रहेंगे। तीनों जिलों के जिला प्रशासन की ओर से ये आदेश जारी किए गए हैं।
यहां भी दुश्वारियां
• भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाली तवाघाट-लिपुलेख सड़क आए दिन पहाड़ी से बोल्डर और मलबा गिरने से बंद हो रही है। दो महीने में यह सड़क 20 से अधिक बार बंद हो चुकी है। चीन सीमा को जोड़ने वाला धापा-मिलम मार्ग भी बंद हुआ।
• बाटनागाड़ में फिर मलबा आने से पूर्णागिरि धाम मार्ग करीब साढ़े पांच घंटे बाधित रहा। सुबह छह बजे से बंद पूर्णागिरि मार्ग सुबह करीब 11:30 बजे खोला गया।
• किरोड़ा नाले के उफान से बुधवार की सुबह पूर्णागिरि मार्ग के गांवों का सड़क संपर्क कटा रहा। इससे ग्रामीणों के साथ ही स्कूली जाने वाले बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
• बोल्डर और मलबा गिरने से थल-मुनस्यारी सड़क हरड़िया के नया बस्ती में करीब 10 घंटे तक बंद रही। सड़क बंद होने से कई वाहन फंसे रहे।
• धारचूला में काली नदी चेतावनी स्तर 889 मीटर को पार कर 889.30 मीटर पर बह रही है। इसके खतरे का निशान 890 मीटर पर है।
• तराई में रिमझिम बारिश में ही सड़कें, कॉलोनी और मोहल्ले जलमग्न हो गए।
• बागेश्वर दो आवासीय मकान क्षतिग्रस्त हो गए। जिला मुख्यालय में मंडलसेरा समेत कई इलाकों में बरसात का पानी लोगों के घरों में घुस गया। सड़क, रास्ते जलमग्न हो गए। दिनभर बारिश का सिलसिला जारी था।
• टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर बुधवार दिनभर कई बार आवाजाही बाधित रही। मलबा आने से चल्थी, अमोड़ी और स्वांला में यह मार्ग चार बार बंद हुआ।
• नैनीताल और आसपास के क्षेत्रों में मंगलवार की देर रात से शुरू हुई बारिश बुधवार को दिन भर जारी रही। लगातार हुई बारिश के चलते स्थानीय लोगों, कारोबारियों और सैलानियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
• अल्मोड़ा जिले में पांच सड़कें बंद होने से 25 गांव अलग-थलग पड़े हैं और इनका शेष दुनिया से सड़क संपर्क पूरी तरह कटा है। ऐसे में दस हजार से अधिक की आबादी को खासी दिक्कत झेलनी पड़ रही है।
कम दृश्यता में दिल्ली-पंतनगर की पहली फ्लाइट रद्द हो गई।
रिमझिम बारिश के कारण पंतनगर में सुबह 10 बजे तक दृश्यता 800 से एक हजार मीटर के आस-पास रही। विमानों की लैंडिंग के लिए आवश्यक दृश्यता 1500 से 1800 मीटर होने की जरूरत होती है। कम दृश्यता के कारण इंडिगो की पहली फ्लाइट संख्या 6ई-7156 को रद्द कर दिया गया। फ्लाइट रद्द होने से दिल्ली से पंतनगर की टिकट बुक कराए 22 यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ी। उन्हें इंडिगो की दो घंटे बाद 10.24 बजे पंतनगर आने वाली (दूसरी) फ्लाइट संख्या 6ई-7324 से भेजा गया। पंतनगर से दिल्ली की पहली फ्लाइट में टिकट बुक कराए 35 यात्रियों में से कुछ को वाया जयपुर और कुछ को दिल्ली जाने वाली दूसरी फ्लाइट से भेजा गया। दो यात्रियों ने किराया वापस लेकर अपनी यात्रा ही रद्द कर दी।