चुनावी आचार संहिता की समाप्ति के साथ, उत्तराखंड में सरकार ने शीघ्र नई भर्तियां और परियोजनाओं को गति देने का ऐलान किया है। सीएम धामी की नजरें हर विभाग की समीक्षा पर हैं, जिससे राज्य में विकास की रफ्तार बढ़ाने के लिए कदम उठाए जा सकें।
चुनाव आयोग की लोकसभा चुनाव आचार संहिता बृहस्पतिवार को 83 दिन बाद समाप्त हो गई। इसके साथ ही अब अटकी हुई परियोजनाओं में तेजी आएगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी प्रत्येक विभाग की समीक्षा करेंगे और 10 बिंदुओं पर कार्ययोजना लेंगे।
नई भर्तियां शुरू होंगी
उत्तराखंड के मुख्य चुनाव अधिकारी डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने बताया कि राज्य में 16 मार्च को चुनाव आचार संहिता लागू हुई थी, जो 6 जून को समाप्त हो गई। इसके साथ ही अब बीआरपी-सीआरपी के 950 पदों की भर्ती फिर से शुरू होगी। इसी प्रकार, अपर निजी सचिव और लोवर पीसीएस समेत अन्य भर्तियों के लिए अधियाचन जो रुके हुए थे, उन्हें अब संबंधित भर्ती एजेंसियों को भेजा जाएगा।
ओबीसी आरक्षण लागू होगा
एकल सदस्यीय समर्पित आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, निकायों में 30 प्रतिशत तक ओबीसी आरक्षण लागू करना है। इसके लिए निकायों के एक्ट में बदलाव करना होगा, जो आचार संहिता के कारण रुका हुआ था। अब सरकार एक्ट में संशोधन करेगी, जिससे निकाय चुनाव की राह आसान होगी।
सीएम धामी की समीक्षा बैठकें
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अब प्रत्येक विभाग की समीक्षा करेंगे। वे संबंधित विभाग की योजनाएं, उनका क्रियान्वयन, आगामी योजनाएं और उनके क्रियान्वयन के पैटर्न की समीक्षा करेंगे। हर विभाग से 10 बिंदुओं पर कार्ययोजना मांगी जाएगी। इसके अलावा, हरिद्वार, देहरादून, ऊधमसिंह नगर और नैनीताल जिलों की अलग से समीक्षा करेंगे।
नई परियोजनाओं को मिलेगी रफ्तार
दून-दिल्ली एक्सप्रेस-वे बनने पर यातायात व्यवस्था के लिए प्रभावी कार्ययोजना तैयार की जानी है। सीएम देहरादून में रिंग रोड और अन्य ट्रैफिक परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा करेंगे और निर्देश देंगे। मसूरी, देहरादून, कैंचीधाम, जागेश्वर धाम में यातायात सुगम बनाने के लिए कार्ययोजना पर भी निर्देश देंगे। इसके अलावा, वैश्विक निवेशक सम्मेलन में हुए एमओयू में से जो धरातल पर नहीं उतरे हैं, उनकी भी समीक्षा करेंगे।
हवाई सेवाएं दोबारा शुरू होंगी
आचार संहिता समाप्त होने के साथ ही अब दिल्ली से पिथौरागढ़, पंतनगर से चंपावत, पिथौरागढ़ से मुनस्यारी के लिए पूर्व में लागू की गई हवाई सेवाओं को फिर से शुरू किया जाएगा। आदि कैलाश और जागेश्वर धाम में आधारभूत सुविधाओं के लिए कार्ययोजना बनेगी। प्रदेश में बन रही टनल, रेल परियोजना, एक्सप्रेस-वे और ऑल वैदर रोड की भी समीक्षा होगी, ताकि ये परियोजनाएं जल्द पूरी हों।