उत्तराखंड में भाजपा को लोस चुनाव से पहले बागेश्वर उपचुनाव और शहरी स्थानीय निकाय चुनावों का सामना करना है। पार्टी कार्यकर्ता चाहते हैं कि निकाय चुनाव समय पर हों।
नई दिल्ली: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा मंगलवार को नई दिल्ली में उत्तराखंड के सांसदों की बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी थी। इस बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट भी शामिल हुए थे। सीएम पिछले दो दिनों से दिल्ली में थे।
सूत्रों के मुताबिक, बैठक में संगठन स्तर पर आगामी दो महीनों में होने वाले कार्यक्रमों पर चर्चा हुई। इसके साथ ही, प्रदेश में चल रहे महा जनसंपर्क अभियान के दौरान जनता से मिले फीडबैक पर भी विचार-विमर्श हुआ। पार्टी लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों के नए गठबंधन के खिलाफ नई रणनीति के साथ मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है।
उत्तराखंड में भाजपा को लोकसभा चुनाव से पहले बागेश्वर उपचुनाव और शहरी स्थानीय निकाय चुनावों का सामना करना है। पार्टी कार्यकर्ता चाहते हैं कि निकाय चुनाव समय पर हों। लेकिन पार्टी में एक वर्ग निकाय चुनाव को टालने की पक्ष में है। नड्डा की बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा हो सकती है।
बागेश्वर उपचुनाव की घोषणा भी अगले एक-दो महीनों में हो सकती है। इस उपचुनाव के माध्यम से नड्डा संगठन को मार्गदर्शन दे सकते हैं। इसके साथ ही यह भी चर्चा हो रही है कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अब पार्टी सभी सांसदों को पूरी तरह से मैदान में उतारेगी। सांसदों से उनके लोकसभा क्षेत्रों में प्रवास के साथ सांगठनिक कार्यक्रमों का नेतृत्व करने का भी अनुमान है।
इन मुद्दों पर भी बनेगी रणनीति:
- प्रधानमंत्री मोदी को चौथी बार प्रधानमंत्री बनाए जाने के नारे को पार्टी और अधिक बुलंद किया जाएगा।
- राम मंदिर, यूसीसी, सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के तहत बदरीनाथ, केदारनाथ, मानसखंड कॉरिडोर, हरिद्वार-ऋषिकेश कॉरिडोर का प्रचार-प्रसार किया जाएगा।
- राष्ट्रीय और सामरिक महत्व की परियोजनाओं में केंद्र और राज्य सरकारों के योगदान पर विचार किया जाएगा।
प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा, “यह एक रूटीन बैठक है। हम सांसदों के साथ चर्चा करेंगे। पार्टी आगामी दो-तीन महीनों के कार्यक्रमों को तय करेगी। हमारा पूरा फोकस लोकसभा चुनाव पर है।”