उत्तराखंड में खेल महाकुंभ की शुरुआत होने जा रही है, जहाँ खिलाड़ी सिर्फ मेडल ही नहीं, बल्कि ₹1 लाख का इनाम और अपने जिले के लिए मुख्यमंत्री ट्रॉफी भी जीत सकते हैं। जानें आयोजन की पूरी जानकारी, और कैसे यह मौका उभरते खिलाड़ियों के लिए सुनहरा अवसर साबित हो सकता है।
उत्तराखंड खेल महाकुंभ: राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ने पर मिलेगा ₹1 लाख का इनाम, जिलों के लिए विशेष ट्रॉफी
उत्तराखंड में खेल प्रेमियों और उभरते खिलाड़ियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। आगामी 4 अक्टूबर से शुरू होने जा रहे खेल महाकुंभ में राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ने वाले खिलाड़ियों को ₹1 लाख नकद इनाम से सम्मानित किया जाएगा। इसके साथ ही, जिलास्तर पर खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए मुख्यमंत्री ट्रॉफी की नई शुरुआत हो रही है। जिस जिले के खिलाड़ी सबसे अधिक पदक जीतेंगे, उस जिले के जिलाधिकारी (डीएम) को भी मुख्य ट्रॉफी से नवाजा जाएगा।
नए स्तर पर प्रोत्साहन और तैयारी:
प्रदेश के युवा कल्याण एवं खेल मंत्री रेखा आर्या ने सभी जिलाधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक कर खेल महाकुंभ की तैयारियों पर चर्चा की। उन्होंने खेलों के आयोजन के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी किए। इस बार का खेल महाकुंभ अल्मोड़ा से शुरू होने जा रहा है, जिसमें 14 से 23 वर्ष की उम्र के खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। यह आयोजन प्रदेश के हर कोने से प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को एक मंच प्रदान करेगा, जहाँ वे अपनी कौशलता का प्रदर्शन कर सकते हैं।
बैठक में खेल विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे, जिसमें विशेष प्रमुख सचिव अमित सिन्हा, खेल निदेशक जितेंद्र कुमार सोनकर, अपर निदेशक अजय कुमार अग्रवाल, और संयुक्त निदेशक शक्ति सिंह शामिल थे।
खेल महाकुंभ का शेड्यूल:
- न्याय पंचायत स्तर: 4 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक
- विकासखंड स्तर: 25 अक्टूबर से 15 नवंबर
- जनपद स्तर: 16 नवंबर से 10 दिसंबर तक
- राज्य स्तर: 15 दिसंबर से प्रारंभ
खिलाड़ियों के लिए सुनहरा अवसर:
खेल महाकुंभ न केवल खिलाड़ियों के लिए एक शानदार अवसर है, बल्कि यह मुख्यमंत्री द्वारा चलाए जा रहे उदयीमान खिलाड़ी योजना और मुख्यमंत्री प्रोत्साहन योजना के तहत आने वाले खिलाड़ियों के लिए भी सुनहरा मौका है। इससे खिलाड़ियों को आर्थिक लाभ के साथ-साथ उनकी प्रतिभा को निखारने का अवसर मिलेगा, जिससे उनका भविष्य उज्जवल बनेगा।
मेरा सुझाव और विचार:
इस तरह के आयोजनों से प्रदेश में खेलों को बढ़ावा मिलता है, और खिलाड़ियों के अंदर एक नई ऊर्जा का संचार होता है। न केवल इनाम की राशि बल्कि जिलों के स्तर पर ट्रॉफी की शुरुआत से खिलाड़ियों में प्रतिस्पर्धा की भावना बढ़ेगी। यह सरकार का एक सकारात्मक कदम है, जिससे न केवल खिलाड़ियों का विकास होगा बल्कि राज्य का नाम भी राष्ट्रीय स्तर पर रोशन होगा।