उत्तराखंड में वनाग्नि की भड़की घटनाओं के बीच मुख्यमंत्री ने कार्रवाई की बैठक बुलाई। जंगल की आग से दो नेपाली परिवारों को भी भारी नुकसान पहुंचा। इस संकट को दूर करने के लिए सरकार ने कदम उठाए हैं।
वनाग्नि की बढ़ती घटनाओं के बीच सीएम धामी ने अहम बैठक की। मुख्यमंत्री दिल्ली से ही वीसी पर जुडे। उन्होंने वन विभाग की कार्ययोजना की समीक्षा की। देहरादून सचिवालय में शासन के आला अधिकारी इस बैठक में मौजूद रहे। मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए।
उत्तराखंड में शुक्रवार को जंगलों की आग और भड़क गई। 24 घंटे के भीतर वनाग्नि की 64 घटनाएं सामने आई हैं। वहीं, सोमेश्वर के स्यूनराकोट के जंगल में लगी आग दो नेपाली परिवारों पर भारी पड़ी है। जंगल की आग की चपेट में आने से एक श्रमिक की बृहस्पतिवार को मौके पर ही मौत हो गई थी।
दूसरे श्रमिक ने बृहस्पतिवार देर रात बेस अस्पताल में तो महिला श्रमिक ने हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल (एसटीएच) में दम तोड़ दिया है। एक और महिला श्रमिक का हल्द्वानी में इलाज चल रहा है। जिसके बाद आज शनिवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वनाग्नि रोकथाम को लेकर उच्च स्तरीय बैठक बुलाई।
शुक्रवार को प्रदेश में सामने आई वनाग्नि की 64 घटनाओं में गढ़वाल में 30, कुमाऊं में 29 और वन्यजीव क्षेत्रों में पांच घटनाएं शामिल हैं। 24 घंटे के भीतर 74.67 हेक्टेयर जंगल आग की चपेट में आया।