अमेरिका में ट्रंप और बाइडन के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। बाइडन के समर्थक और विरोधियों के बीच हो रहे झगड़ों का मुद्दा तेजी से बढ़ रहा है। इस आलेख में जानिए कैसे ट्रंप के बयान और बाइडन के नेतृत्व में किए गए फैसले राजनीतिक स्तर पर हलचल मचा रहे हैं।
पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव के कारण अमेरिका में भी राष्ट्रपति जो बाइडन के खिलाफ नाराजगी बढ़ रही है। इसकी पराकाष्ठा तब हो गई जब पेन्सिलवेनिया में डोनाल्ड ट्रंप एक रैली को संबोधित कर रहे थे, और उसी समय कुछ लोगों ने जो बाइडन को खत्म करने के नारे लगाए। इसके बाद, कई अन्य लोगों ने भी ऐसे ही नारे लगाए।
ट्रंप ने अपना भाषण रोका। इस समय कुछ लोग ‘जो बाइडन को खत्म करो’ (जेनोसाइड जो) के नारे लगाने शुरू किए। इसे सुनकर डोनाल्ड ट्रंप ने अपना भाषण रोक दिया। इसके बाद, कई और लोगों ने भी ऐसे ही नारे लगाए। ट्रंप ने कहा, “ये गलत भी नहीं है। उन्होंने (जो बाइडन) सब कुछ गलत किया है।” ‘जेनोसाइड जो’ एक मुहावरा है, जिसे फिलिस्तीन समर्थक अक्सर जो बाइडन के खिलाफ इस्तेमाल करते हैं। इस्राइल-हमास युद्ध में जो बाइडन ने इस्राइल का समर्थन किया है। इस्राइल के हमले में गाजा में 33 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जिसके कारण फिलिस्तीन समर्थक जो बाइडन नाराज हैं।
डोनाल्ड ट्रंप भी कर रहे हैं इस्राइल का समर्थन। इस्राइल-हमास युद्ध में डोनाल्ड ट्रंप भी इस्राइल का समर्थन कर रहे हैं। हाल ही में एक इंटरव्यू में ट्रंप ने कहा कि इस्राइल को जल्दी इस लड़ाई को खत्म करना चाहिए और उन्हें शुरू किया गया काम पूरा करना चाहिए ताकि हालात सामान्य हो सकें। इस्राइल के एक अखबार के साथ बातचीत में भी ट्रंप ने अपने बयान का समर्थन किया और कहा कि लड़ाई जैसे-जैसे लंबी हो रही है, इस्राइल का विश्वभर में समर्थन कम हो रहा है। इसी कारण इस्राइल को जल्दी इस लड़ाई को समाप्त करना चाहिए। इस्राइल पर ईरान के हमले पर ट्रंप ने कहा कि ऊपरवाला इस्राइल के लोगों की रक्षा करे, क्योंकि हमारी कमजोरी रही है, और हमले हो रहे हैं। ट्रंप के इस बयान को बाइडन के खिलाफ हमला माना जा रहा है।