मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार विभागों में रिक्त पदों पर राज्य के मेधावी युवाओं को नियुक्ति देने का प्रयास कर रही है। यह अभियान लगातार तीव्र गति से चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में भर्तियों में अनियमितता की शिकायतों के समाधान के लिए भर्ती प्रक्रिया में काफी बदलाव किये गये हैं।
यूके न्यूज़ : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार विभागों में रिक्त पदों पर राज्य के मेधावी युवाओं को नियुक्ति देने का प्रयास कर रही है। यह अभियान लगातार तीव्र गति से चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में भर्तियों में अनियमितता की शिकायतों के समाधान के लिए भर्ती प्रक्रिया में काफी बदलाव किये गये हैं। लोक सेवा आयोग से चयनित 892 वन रक्षकों और 104 सहायक लेखाकारों को नियुक्ति पत्र देने के बाद मुख्यमंत्री ने यह बात कही। 104 सहायक लेखाकारों में से 59 की नियुक्ति वन विभाग में जबकि 45 की नियुक्ति तकनीकी शिक्षा विभाग में की गयी है।
इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए धामी ने कहा कि वन विभाग में जिनकी नियुक्ति हुई है, उन पर राज्य के वन क्षेत्रों की सुरक्षा की अत्यंत महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। तकनीकी शिक्षा विभाग में नियुक्त लोगों का काम सरकारी कामकाज को उन्नत तकनीक से बेहतर बनाना भी होता है।
धामी ने कहा कि राज्य के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर अधिकतम करने के सरकार के प्रयास धीरे-धीरे जमीनी स्तर पर परिणाम प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ”पिछली सरकारों के दौरान भर्ती प्रक्रिया में अनियमितताओं की शिकायतों को दूर करने के लिए हमने प्रक्रिया में काफी बदलाव किए हैं।
धामी ने कहा, “पिछली सरकारों में विज्ञापन जारी करने से लेकर नियुक्ति पत्र देने तक की प्रक्रिया में काफी समय लग जाता था। भ्रष्ट लोग इस देरी का फायदा उठाते थे और रिश्वत पर पलते थे। हालाँकि, हमारी सरकार ने अब भर्ती प्रक्रिया को पूरी तरह से पारदर्शी बना दिया है और प्रक्रिया तय समय सीमा के भीतर पूरी की जा रही है। इसके अच्छे परिणाम मिल रहे हैं और अब हर युवा को समान अवसर मिलने लगे हैं।”
उन्होंने नियुक्त युवाओं को यह बताते हुए कि उन्हें इस विशेष कार्य के लिए हजारों आवेदकों में से चुना गया है, उनसे अपने कार्यस्थल में मानक स्थापित करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, ”आपको नई तकनीक से जुड़ने के साथ-साथ अनुशासन और ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने का लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए।”
इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित करते हुए वन एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि राज्य का 71 प्रतिशत भौगोलिक क्षेत्र वनाच्छादित है। मंत्री ने वन रक्षकों को अग्रिम पंक्ति का कार्यकर्ता बताते हुए कहा कि उनकी जिम्मेदारियों में जंगलों की रक्षा करना, मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करना और जंगल की आग को रोकना शामिल होगा। उन्होंने कहा कि राज्य में तकनीकी कौशल को बढ़ावा देने के लिए पॉलिटेक्निक और आईटीआई में बुनियादी ढांचे को बढ़ाया जा रहा है।
इस अवसर पर प्रधान मुख्य वन संरक्षक अनूप मलिक, प्रधान सचिव आरके सुधांशु और तकनीकी शिक्षा सचिव रविनाथ रमन ने भी सभा को संबोधित किया।