सीएम धामी ने कहा कि उत्तराखंड को 2025 तक ड्रग्स फ्री करने के लिए अधिकारी मात्र बैठकों तक सीमित न रहें वे इसकी जिम्मेदारी भी लें। उन्होंने योग दिवस की भांति ही 26 जून को वर्ल्ड एंटी ड्रग्स डे मनाने के निर्देश दिए हैं।
देहरादून, उत्तराखंड: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड में बढ़ते नशे के कारोबार के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो प्रदेश में ड्रग्स माफिया को जड़ से समाप्त करने के लिए कानून भी लेकर आएंगे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नशे की सप्लाई चेन तोड़ने के लिए पुलिस को ड्रग्स माफिया और अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि नकल रोधी कानून की तरह ही ड्रग्स माफिया को जड़ से खत्म करने के लिए कानून लाएंगे। जैसे भी संभव होगा, हम अपने लोगों और अपने बच्चों को नशीली दवाओं के सेवन की इस आदत से बाहर निकालेंगे।
सीएम धामी ने कहा कि उत्तराखंड को 2025 तक ड्रग्स-फ्री करने के लिए अधिकारियों को सीमित नहीं किया जाएगा, और वे इसकी जिम्मेदारी भी लेंगे। उन्होंने योग दिवस की तरह ही 26 जून को वर्ल्ड एंटी ड्रग्स डे मनाने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने एनसीओआरडी की बैठक के विषय में बात की और बताया राज्य सरकार नशीली दवाओं के व्यापार के विरोध में जो भी कड़ी कार्रवाई की जरूरत होगी, उसे करने के लिए तैयार है और 2025 तक राज्य को नशा-मुक्त बना देंगे। सीएम ने कहा भारत एक नशा-मुक्त राष्ट्र बने, बच्चों को जागरूक कर नशे की आदत को त्यागे और जिन लोगों को नशे की लत हो गई है, उन्हें बचाया जाए।
इस मामले को लेकर आज हमारी एनसीओआरडी बैठक हुई और हम 2025 से पहले नशा-मुक्त उत्तराखंड बनाने पर सहमत हुए हैं। एनसीओआरडी की बैठक में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के उपमहानिदेशक एमजीज्ञानेश्वर सिंह ने बताया कि 238 किलो चरस, 30 किलो डोडा, 12 किलो अफीम, 19.11 किलो स्मैक, 1.57 किलो हेरोइन, 1232.55 किलो गांजा, 105390 कैप्सूल, 17506 इंजेक्शन और 32110 गोलियां बरामद की गईं। वर्ष 2022 में उत्तराखंड में ज़ब्त की गईं।
इसके अतिरिक्त, 141.5 एकड़ भांग और 108.5 एकड़ भांग की फसल को नष्ट कर दिया गया।