विश्व बैंक की टीम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप यूपी ट्रांसफॉर्म हो रहा है। बीते छह साल में सब बदल गया है। अवस्थापना विकास, औद्योगिकरण, कूड़ा निस्तारण, गरीबी उन्मूलन, नियोजित शहरीकरण, पर्यावरण संरक्षण आदि सेक्टर में की गई कोशिशों ने उत्तर प्रदेश को नया कलेवर दिया है।
उत्तर प्रदेश: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बीते 06 साल में उत्तर प्रदेश में समग्र विकास के मिशन के साथ हुए प्रयासों की विश्व बैंक ने सराहना की है। बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भेंट के दौरान विश्व बैंक के 20 सदस्यीय दल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप उत्तर प्रदेश में अवस्थापना विकास, औद्योगिकरण, कूड़ा निस्तारण, गरीबी उन्मूलन, नियोजित शहरीकरण, पर्यावरण संरक्षण आदि सेक्टर में बीते 06 वर्षों में उत्तर प्रदेश को नया कलेवर दिया गया। आज उत्तर प्रदेश जिस तरह सेक्टरवार जरूरतों के मुताबिक कार्ययोजना तैयार कर काम कर रहा था, वह देश के इस सबसे बड़े प्रदेश में व्यापक बदलाव लाने वाला था।
वर्ल्ड बैंक के कार्यकारी निदेशक परमेश्वरन अय्यर के नेतृत्व में हुई इस विशेष भेंट के दौरान उत्तर प्रदेश के पोटेंशियल व संभावनाओं के अनुरूप समग्र विकास के लिए पारस्परिक सहयोग और भावी कार्ययोजना पर चर्चा हुई। समूह में शामिल कई प्रतिनिधि जो एक दशक पहले यूपी आ चुके थे, उन्होंने कहा कि प्रदेश में हुए विकास कार्यों की तारीफ करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इसके लिए बधाई दी। कार्यकारी निदेशक परमेश्वरन अय्यर ने बताया कि महाराष्ट्र और गुजरात के बाद विश्व बैंक का प्रतिनिधि मंडल उत्तर प्रदेश आया था। इस प्रतिनिधि मंडल में दुनिया के 100 ताकतवर देशों का प्रतिनिधित्व करने वाले लोग थे। उन्होंने कहा कि देश में बीते 09 साल और उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बीते 06 वर्षों में काफी अच्छा काम हुआ था। उन्होंने कहा कि वर्ल्ड बैंक का मिशन हमेशा से गरीबी उन्मूलन का रहा था, मगर अब पर्यावरण संवर्धन को लेकर भी हमारा विशेष जोर था। उत्तर प्रदेश इस दिशा में बड़ी भूमिका निभा सकता था।
इससे पहले, उत्तर प्रदेश आगमन पर समूह का अभिनन्दन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि नियोजित प्रयासों से आज उत्तर प्रदेश बीमारू राज्य की श्रेणी से बाहर आकर देश की अग्रणी अर्थव्यवस्था बन चुका था। नीति आयोग के ताजा आंकड़ों को देखें तो विगत छह वर्षों में उत्तर प्रदेश अपनी साढ़े पांच करोड़ आबादी को गरीबी रेखा से बाहर लाने में सफल रहा था। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 96 लाख से अधिक एमएसएमई इकाइयां संचालित थीं, जो प्रदेश में रोजगार सृजन करने के साथ ही यूपी को एक्सपोर्ट का हब बना रही थीं। विगत 06 वर्ष में उत्तर प्रदेश ने अपना निर्यात दोगुना तक बढ़ाने में सफलता पाई थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश संभावनाओं का प्रदेश था। यहां पर भारत की 16 प्रतिशत जनसंख्या निवास करती थी, जो यूपी को देश का सबसे बड़ा उपभोक्ता और श्रम बाजार बनाती थी। इसके अलावा उत्तर प्रदेश भारत की संस्कृति और आध्यात्मिक चेतना का केंद्र भी था। उत्तर प्रदेश इस दिशा में कार्य करते हुए अपनी विरासत और अपने प्राचीन नगरों को सहेज रहा था। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश असीम संभावनाओं का प्रदेश था, ऐसे में वर्ल्ड बैंक साथ जुड़ना यूपी के लिए लाभकारी और फलदाई साबित होगा।
बदला परिवेश, प्रदेश में आ रहा भरपूर निवेश
विश्व बैंक की टीम के साथ प्रदेश के बदले औद्योगिक परिवेश की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत फरवरी में उत्तर प्रदेश ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट- 2023 का आयोजन किया था, जिसमें यूपी को 36 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए थे। कुछ महीनों में निवेश प्रस्तावों को जमीन पर उतारने के लिए हम ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का आयोजन करने जा रहे हैं, जिसमें 10 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा के निवेश प्रस्तावों को उत्तर प्रदेश धरातल पर उतारने की तैयारी है। उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में इंटर स्टेट कनेक्टिविटी बेहतर हुई थी। लैंड लॉक राज्य होने के बावजूद यूपी इनलैंड वाटरवे के माध्यम से वाराणसी से हल्दिया तक जुड़ चुका था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में चलाई गई नमामि गंगे जैसी परियोजना के माध्यम से आज गंगा नदी का जल स्वच्छ और निर्मल हो गया था। उत्तर प्रदेश भारत में शिक्षा का भी केंद्र रहा था। वाराणसी और प्रयागराज जैसे नगर शिक्षा के बड़े केंद्र रहे थे। आज उत्तर प्रदेश में कई विश्वविद्यालय, दो आईआईटी, एक आईआईएम और बहुत से प्रोफेशनल संस्थान मौजूद थे। प्रदेश नॉलेज के हब के रूप में आगे बढ़ रहा था।
$1ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था होगा उत्तर प्रदेश: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप आज जब देश 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनने की ओर बढ़ चुका था। ऐसी स्थिति में उत्तर प्रदेश ने भी इसमें अपनी भूमिका को तय करते हुए प्रदेश की अर्थव्यवस्था को 1 ट्रिलियन डॉलर बनाने का निर्णय लिया था। आज का उत्तर प्रदेश भारत के ग्रोथ इंजन के रूप में अपनी भूमिका का निर्वहन करने के लिए तैयार था। आज का उत्तर प्रदेश सिर्फ ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में ही नहीं बल्कि ईज ऑफ लिविंग में भी देश के अग्रणी राज्यों में शामिल था। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले छह वर्ष में उत्तर प्रदेश में 2 करोड़ 61 लाख घरों में शौचालय, 54 लाख लोगों को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री आवास योजना के माध्यम से घर, 6 करोड़ परिवारों को आयुष्मान भारत योजना के जरिए स्वास्थ्य कवर दिया गया था। विश्व बैंक की टीम से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश को मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की भूमि थी। इस भूमि पर हजारों वर्ष तक रामराज्य स्थापित रहा था। आज उत्तर प्रदेश एक बार फिर रामराज्य को स्थापित करने की ओर अग्रसर था। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि विश्व बैंक के साथ योजनाओं का विकास करते हुए उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था 1 ट्रिलियन डॉलर की एकोनॉमी होगी। उत्तर प्रदेश को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की एकता और समृद्धि को अग्रसर करने में अपना योगदान देने का संकल्प किया गया है।
उत्तर प्रदेश के बारे में अधिक जानकारी के लिए विश्व बैंक ने बीते 06 सालों के उत्तर प्रदेश में हुए विकास के प्रयासों को सराहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के साथ राज्य में विकास को बढ़ावा दिया गया है। विश्व बैंक के कार्यकारी निदेशक ने भी उत्तर प्रदेश के पोटेंशियल व संभावनाओं की ख्याति की है और समग्र विकास के लिए पारस्परिक सहयोग का आश्वासन दिया है। उत्तर प्रदेश के विकास के क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन करने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सराहा गया है। यह भविष्य में और भी उत्तर प्रदेश को एक विकासशील राज्य बनाने में मदद कर सकता है।