अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के पर्व के अवसर पर, उत्तराखंड में धरोहर और भक्ति के मिलनसर महौल में लिपटा हुआ है। हरिद्वार से लेकर देहरादून, ऋषिकेश, और अन्य स्थानों में भव्य राम नाम उत्सवों ने शहरों को राममय बना दिया है, जिसमें धूमधाम से भरी पटाखों की रातें, आतिशबाजी, और दीपों का समृद्ध संगम है। सीएम पुष्कर सिंह धामी और भक्तों की भरपूर भागीदारी ने इस धार्मिक ऊर्जा को एक नए ऊचाई पर ले जाने में सहायक हो रही हैं।
अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर, उत्तराखंड में भी उत्सव का माहौल छाया हुआ है। हरिद्वार में श्रीगंगा सभा की ओर से हरकी पैड़ी पर भव्य दीपोत्सव का आयोजन किया गया है। विशाल रामनाम ध्वजा से समूचा परिसर सजाया गया है। इस अवसर पर, दिनभर कई प्रकार के आयोजन हुए हैं, जिससे पूरा शहर राममय हो गया है। शाम को हरकी पैड़ी पर दीपों का आत्मिक समारोह आयोजित किया गया है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी गंगा की पूजा करते हुए दीपदान किया है।
अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान, देवभूमि उत्तराखंड में भी भव्य उत्सव का आयोजन हुआ है। सुबह से लेकर शाम तक, राजधानी दून से लेकर सभी जिलों में राममय माहौल छा गया है।
सुबह से शाम तक गुलाल, बोनफायर, और अन्य रंग-बिरंगे आयोजनों के साथ ही होली की भावना का आत्मिक माहौल बना रहा है। शाम होते ही पटाखों की धूम ने सभी को राममय बना दिया है। घरों में जगमगाहट और दीपों की रौशनी से दीवारें चमक रही हैं, जैसा कि दीपावली के दिन होता है। यही नहीं, लोगों ने दीपों से रामलला का स्वागत किया है।
देहरादून में चकराता रोड, घंटाघर, पलटन बाजार, हनुमान चौक, मोती बाजार, गोपीनाथ मंदिर, टपकेश्वर मंदिर, पृथ्वीनाथ मंदिर के अलावा पूरे शहर में भव्य उत्सव का आयोजन किया गया है।
हरिद्वार में श्रीगंगा सभा की ओर से हरकी पैड़ी पर भव्य दीपोत्सव का आयोजन किया गया है। दिनभर कई प्रकार के आयोजन हुए हैं, जिससे पूरा शहर राममय हो गया है। शाम को हरकी पैड़ी पर दीपों की रौशनी में भक्तिभाव से भरा दीपोत्सव मनाया गया है। साथ ही, आतिशबाजी का भी आयोजन किया गया है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी गंगा की पूजा करते हुए दीपदान किया है।
इसके अलावा, ऋषिकेश और विकासनगर में राम भक्तों का सैलाब है, जो प्रभु श्री राम के प्रति अपनी अटूट आस्था को प्रकट करने के लिए सड़कों पर निकले हैं। यहाँ, भक्तों ने राम यात्रा के साथ जय श्री राम के नारे लगाए हैं और आतिशबाजी का आनंद लिया है। शाम को, पहाड़ों से लेकर मैदान तक, दीपों का विशाल समर्थन किया गया है। केदारनाथ धाम सहित जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग और अन्य क्षेत्रों में भव्य झांकीयाँ निकाली गईं हैं, और वहीं, मंदिरों में कीर्तन-भजन के साथ भंडारा भी आयोजित किया गया है। उत्तरकाशी के बड़कोट में राजा रघुनाथ महाराज मंदिर को भी सजाया गया है और पूजा की गई है।