सीवान रेलवे जंक्शन और मैरवा रेलवे स्टेशन को अद्यतन करने के लिए पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल के अंतर्गत योजनाएं बनाई गई हैं। मंडल रेल प्रबंधक रामाश्रय पाण्डेय ने सीवान रेलवे स्टेशन का निरीक्षण करके सुविधाओं के विस्तार की योजनाओं पर विचार-विमर्श किया।
सीवान: सीवान जंक्शन को नवीनतम तकनीकी सुविधाएं प्रदान की जाएंगी, जो यात्रियों के लिए बेहद सुखद अनुभव सुनिश्चित करेंगी। स्टेशन के महत्वपूर्ण भूमिका को ध्यान में रखते हुए, सामान्य वातावरण को मिट्टी की रंगीनता से भरकर एक आकर्षक और मनमोहक अंदाज में विकसित किया जाएगा। मंडल रेल प्रबंधक रामाश्रय पाण्डेय ने सीवान रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया और विकास की संभावनाओं पर विचार- विमर्श किया।
अमृत भारत योजना के तहत रेलवे स्टेशनों का होगा आधुनिकीकरण
मंडल रेल प्रबंधक रामाश्रय पाण्डेय ने बताया कि अमृत भारत योजना के अंतर्गत सीवान और मैरवां स्टेशनों को फिर से संवारने का काम किया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत सीवान और मैरवां से यात्रा करने वाले यात्रियों को एक बड़े शहर के स्टेशन पर आने का अहसास कराने के लिए स्टेशन के सुदृढ़ीकरण और सुंदरीकरण का कार्य योजनाओं का निरीक्षण किया गया। इस दौरान सीवान और मैरवां स्टेशनों पर योजना के तहत बुनियादी और यात्री सुविधाओं को बढ़ाने की संभावना खोजी गई। इससे स्टेशन पर आधुनिक तकनीकी उपकरण भी लगेंगे। इसके अलावा, अमृत भारत योजना के तहत यात्री सुविधाओं के विकास को ध्यान में रखते हुए स्टेशन के समग्र विकास पर भी विचार किया गया।
सीवान स्टेशन पर यात्री सुविधा बढ़ाने की तलाशी संभावनाएं
सीवान और मैरवा रेलवे स्टेशनों पर जर्जर हो चुके भवनों का पुनर्निर्माण कराने के साथ ही, मंडल रेल प्रबंधक रामाश्रय पाण्डेय ने स्टेशन पर उपलब्ध यात्री सुविधाओं का विस्तार करने की योजनाओं पर विचार किया। उन्होंने सीवान स्टेशन पर चल रहे विकास कार्यों के लिए सर्कुलेटिंग एरिया, रेलवे आवासों के निर्माण की दिशा में निर्देश दिया और स्टेशन के सामने की सड़क का चौड़ीकरण करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही, उन्होंने सीवान स्टेशन के भवन, परिचालनिक व्यवस्था, सर्कुलेटिंग एरिया, प्रतीक्षालय, एक स्टेशन एक उत्पाद स्टॉल, यात्री आरक्षण केंद्र, फुट ओवर ब्रिज, लिफ्ट, सामान्य यात्री हाल, शौचालय, क्रू लॉबी आदि का निरीक्षण किया। उन्होंने सीवान स्टेशन की यात्री सुविधाओं को बढ़ाने की संभावना तलाशी की और अधिकारियों से विचार-विमर्श किया।