देहरादून, उत्तराखंड – उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 15 जून को उत्तरकाशी के पुरोला में हिंदू संगठनों की महापंचायत के संबंध में एक बयान जारी किया है, जब लव जिहाद के मामले में हंगामा छिड़ रहा था। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि हमने लोगों से आग्रह किया है कि वे शांति बनाए रखें और कानून को अपने हाथों में न लें। अब तक हुई घटनाओं के संबंध में प्रशासन ने सही कार्रवाई की है, किसी भी मारपीट या लूटपाट की घटना नहीं हुई है। अगर कोई दोषी पाया जाता है, तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उत्तरकाशी के पुलिस अधीक्षक (डीजीपी) अशोक कुमार ने भी लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और बताया है कि पुलिस और प्रशासन पूरी तैयारी के साथ कानून व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठा रहे हैं। किसी को भी कानून तोड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी और कानून तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
दूसरी ओर, उत्तरकाशी के बॉर्डर को पुलिस ने सील कर दिया है। एडीजी (एडिशनल डिजीपी) कानून व्यवस्था और मुरुगैसन ने बताया है कि पुरोला क्षेत्र में धारा 144 के तहत कोई उल्लंघन न हो, इसके लिए एक्स्ट्रा फोर्स के साथ पीएसी (प्रशासनिक सुरक्षा बल) भी तैनात किए गए हैं। पुरोला नगर क्षेत्र में जिला प्रशासन ने 14 जून से 19 जून तक धारा 144 लागू कर दी है। पुरोला के सदर्न (एसडीएम) देवानंद शर्मा ने बताया है कि धारा 144 का पालन कठोरता से किया जाएगा।
यद्यपि 26 मई को बिजनौर निवासी जितेंद्र सैनी और उवेस खान ने पुरोला में एक नाबालिग लड़की को भगाने की कोशिश की थी, जिसे स्थानीय लोगों और व्यापारियों ने पकड़ा और पुलिस को सौंप दिया था, उसके बाद से ही पुरोला में स्थानीय व्यापारियों और लोगों के बीच आक्रोश बढ़ा और प्रदर्शन आरंभ हुआ। प्रदर्शनकारियों ने मुस्लिम व्यापारियों की दुकानों पर धमकी भरे पोस्टर लगाए और उन्हें दुकान खाली करने की धमकी दी। इसके परिणामस्वरूप, पुरोला में मुस्लिम व्यापारियों की कोई भी दुकान अभी तक खुली नहीं है। पिछले 18 दिनों से यहां 30 से अधिक दुकानें बंद हैं, जबकि 14 व्यापारियों ने अपनी दुकानें खाली कर दी हैं।
यहां उपस्थित अधिकारियों द्वारा व्यापारियों और निवासियों की सुरक्षा बनाए रखने के लिए जुटे जा रहे हैं। मुख्यमंत्री धामी ने लोगों को शांति बनाए रखने की अपील की है और कानून तोड़ने की कोशिश करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जिला पुलिस और प्रशासन प्रदर्शन को संभालने के लिए तैयार हैं और कानून व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।