I.N.D.I.A गठबंधन मीटिंग ने एक नाटकीय मोड़ लिया, जब विपक्षी दल ऑनलाइन टकराएं और एक अध्यक्ष तथा संयोजक नियुक्ति के लिए जुटे। नीतीश कुमार का नामांकन अस्वीकृत हुआ, जबकि कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने ममता बनर्जी की आमोद-प्रमोद की खुलासा की। उत्कृष्ट घटना के बीच, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने उम्मीदवारी को वापस ले लिया, जिससे लालू प्रसाद यादव को संगठन का मार्गदर्शक बनाने का अचानक सुझाव आया। इस राजनीतिक दस्तक के बीच, बिहार के राजनीतिक माहेश्वर, नीतीश कुमार, I.N.D.I.A गठबंधन के पर्दे में उलझते जा रहे हैं।
आई.एन.डी.आई.ए. एलायंस की बैठक: विपक्षी पार्टियों के ‘इंडिया’ गठबंधन की ऑनलाइन मीटिंग में अध्यक्ष और संयोजक चयन पर चर्चा हुई। इस मीटिंग में संयोजक बनाने के लिए नीतीश कुमार का प्रस्ताव आया, लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया।
दूसरी ओर, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बताया कि बंगाल की सीएम ममता बनर्जी नीतीश कुमार के संयोजक बनाने का समर्थन नहीं कर रही हैं, जिसके बाद नीतीश ने अपनी दावेदारी वापस ले ली। वाम दलों ने कहा कि ममता सहमत हो या न हो, गठबंधन का संयोजक नीतीश को ही बनना चाहिए।
बैठक के बाद, एनसीपी चेयरपर्सन शरद पवार ने बताया, “मल्लिकार्जुन खड़गे की अगुआई में आज इंडिया गठबंधन की बैठक हुई, जिसमें सीट शेयरिंग पर बातचीत हुई। उसमें मल्लिकार्जुन खड़गे को गठबंधन का संयोजक बनाने का प्रस्ताव था, जिस पर सभी सहमत हुए।”
इस वर्चुअल मीटिंग में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, शरद पवार, बिहार के सीएम नीतीश कुमार, और बीमा कुमार, तमिलनाडु के सीएम एम के स्टालिन सहित 14 पार्टीयों के नेता शामिल थे।
इसके बावजूद, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव, और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मीटिंग में हिस्सा नहीं लिया। ममता ने इसकी वजह को बताया कि उन्हें इस बैठक की जानकारी देर से मिली थी।
इस मीटिंग में नीतीश कुमार को संयोजक बनाने का प्रस्ताव रखा गया था, लेकिन उन्होंने इससे इनकार कर दिया और बैठक के बाद पटना में एक कार्यक्रम में कुछ ऐसा किया कि लोगों को पसीने आने लगे। इस पर इंडिया गठबंधन के अध्यक्ष के लिए नीतीश ने लालू प्रसाद यादव का नाम आगे किया।
इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने विपक्षी गठबंधन में हुए घटनाक्रम पर तंज कसा। ‘इंडिया’ गठबंधन का गठन राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के विरोधी दलों के साथ पिछले साल हुआ था। पटना साहिब से सांसद प्रसाद ने कहा, ‘नीतीश बाबू ने मुझे उर्दू की पंक्ति ‘बड़े बेआबरू होकर तेरे कूचे से हम निकले’ की याद दिला दी।’ उन्होंने जांच की मांग की और कहा कि गठबंधन की अगली सरकार बनाने की कोई संभावना नहीं है, लेकिन हितों के बड़े टकराव को देखना चाहिए।’
सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने संयोजक पद के लिए नीतीश कुमार का नाम प्रस्तावित किया था, लेकिन बिहार के मुख्यमंत्री नाराज थे। राहुल गांधी ने फिर से नीतीश कुमार का नाम उठाया, लेकिन कुछ अन्य दलों के नेताओं ने बताया कि ममता बनर्जी को कुछ आपत्तियां हैं और इस पर चर्चा की जाएगी।
वैसे बिहार की राजनीति या नीतीश कुमार की, यहां राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदल रहे हैं, और कुमार इसमें उलझते जा रहे हैं।