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Delhi Vehicle Theft Gang: पूर्वी दिल्ली के एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वाड पुलिस टीम ने इंटरस्टेट ऑटो लिफ्टरों के एक गैंग का खुलासा करने में कमायाबी पाई है. यह गैंग दिल्ली के अलग-अलग थाना इलाकों में वाहन चोरियों की वारदातों को अंजाम दे कर आतंक मचा रखा था. इस मामले में पुलिस ने दो ऑटो लिफ्टर और रिसीवर सहित कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनकी पहचान शोएब मलिक, रहीस मुल्ला उर्फ शमी, मोहम्मद रेहान, अशरफ सुल्तान और चांद मियां के रूप में हुई हैं. ये सभी यूपी (UP) के मेरठ (Meerut) और दिल्ली के मयूर विहार (Mayur Vihar) इलाके के रहने वाले हैं.
डीसीपी अमृता गुगुलोथ के अनुसार मेरठ के शोएब मलिक, रहीस मुल्ला और दिल्ली के चांद मियां रिसीवर हैं, जबकि मोहम्मद रेहान और अशरफ सुल्तान वाहनों की चोरी को अंजाम देते थे. इनके कब्जे से एक स्कूटी सहित कुल 18 गाड़ियां बरामद की गई हैं. इन्होंने दिल्ली के अलग-अलग थाना इलाकों से चुराई थीं. इन पर पहले से वाहन चोरी और आर्म्स एक्ट जैसे कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनकी गिरफ्तारी से पुलिस ने दिल्ली के अलग-अलग थानों के डेढ़ दर्जन मामलों का खुलासा करने में कामयाबी पाई है.
पुलिस टीम का किया गया था गठन
डीसीपी ने बताया कि वाहन चोरी की बढ़ती वारदातों को देखते हुए, एससीपी पंकज अरोड़ा की देखरेख में एएटीएस के इंस्पेक्टर के.पी. राणा के नेतृत्व में एसआई राहुल मोंगा, एएसआई अरुण, हरेंद्र, हेड कॉन्स्टेबल देवेश कुमार, अशोक, कॉन्स्टेबल कौशल, दीपक और महिला कॉन्स्टेबल कोमल की टीम का गठन कर आरोपियों की पकड़ के लिए लगाया गया था.
इस तरह हुआ गैंग का खुलासा
पुलिस टीम चोरी के वाहनों और चोरों के बारे में जानकारियों को विकसित करने में लगी हुई थी. इसी दौरान 9 दिसंबर की रात जब पुलिस टीम संदिग्ध वाहनों और संदिग्धों की जांच में लगी हुई थी, तो उनकी नजर संदिग्ध अवस्था में मयूर विहार इलाके में पार्क मेघायल नंबर की हुंडई अल्काजार गाड़ी पर पड़ी. जांच में गाड़ी के दिल्ली के शकरपुर थाना इलाके से चोरी का पता चला. पूछताछ में गाड़ी के चांद मियां नाम के शख्स के कब्जे में होने का पता चला. इ स पर पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया और गाड़ी को जब्त कर लिया.
नोएडा और मेरठ में पुलिस ने मारा छापा
पूछताछ में उसके खुलासे पर पुलिस ने नोएडा सेक्टर-62 से उसके सहयोगी, ऑटो लिफ्टर अशरफ सुल्तान को भी दबोच लिया और उसकी निशानदेही पर पांच गाड़ी और एक स्कूटी बरामद की. इसके खुलासे पर पुलिस ने यूपी के मेरठ में छापेमारी कर रिसीवर शोएब मलिक को हिरासत में लेकर उसके कब्जे से पांच गाड़ियां बरामद की. शोएब ने बताया कि वो मेरठ के रिसीवर रहीस मुल्ला के साथ काम करता है.
इसके बाद पुलिस ने छापेमारी कर उसे भी हिरासत में ले लिया और उसकी निशानदेही पर अलग-अलग जगहों से पांच और गाड़ियां बरामद की. आगे उसके खुलासे पर पुलिस ने एक और ऑटो लिफ्टर मोहम्मद रेहान को भी मेरठ से गिरफ्तार किया और उसकी निशानदेही पर लाजपत नगर और मालवीय नगर थाना इलाके से चोरी की गई दो गाड़ियों को भी बरामद किया.
300 से ज्यादा गाड़ी अब तक कर चुके चोरी
इस ऑपरेशन के दौरान पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी और गाड़ियों की बरामादगी के लिए दिल्ली-एनसीआर, उत्तराखंड, यूपी, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, वेस्ट बंगाल और झारखंड सहित कई राज्यों में छापेमारियां की. बरामद गाड़ियों में से कई गाड़ियों के साथ छेड़छाड़ की गई थी. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वो चोरी की गाड़ियों की खरीद-बिक्री में लिप्त हैं. इसके लिए वो चोरी की गाड़ी की डिटेल के साथ छेड़छाड़ कर फिर से रजिस्ट्रेशन करा कर बेचते थे. वो दिल्ली-एनसीआर के इलाकों में 2020 से सक्रिय हैं और अब तक 300 से ज्यादा गाड़ियों को चुरा चुके हैं. इस मामले में पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की जांच में जुट गई है.