पीएम मोदी ने तृणमूल कांग्रेस पर पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव के दौरान भाजपा उम्मीदवारों को धमकाने और बूथ कैप्चरिंग का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि TMC के टोलाबाजों की फौज वोटिंग में ठप्पेबाजी की फौज बन जाती है। सारे गुंडों को कॉन्ट्रैक्ट दिया जाता है कि कितने पोलिंग बूथ को कौन कैप्चर करेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से पश्चिम बंगाल के हावड़ा में हुए भाजपा के पंचायती राज परिषद कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर गंभीर आलोचना की। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने मणिपुर मामले में सिफ राजनीति की है। उन्होंने दावा किया कि विपक्ष ने मणिपुर के लोगों के साथ विश्वासघात किया है। उन्होंने जाहिर किया कि विपक्ष को मणिपुर पर चर्चा करने का इरादा ही नहीं था। संसद में अविश्वास प्रस्ताव पेश करने के बाद विपक्ष ने वोटिंग सत्र से भाग लिया।
प्रधानमंत्री ने बताया कि अभी हाल ही में देश की संसद में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को हराया गया और नकारात्मकता का सवाल उठाया गया। विपक्ष ने बैठक में ही सदन को छोड़ दिया। यह सच्चाई थी कि विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव की वोटिंग से डर के मारे उसे खारिज कर दिया, क्योंकि वोटिंग होती तो उनके गठबंधन की खोली पर पर्दा उठ जाता।
प्रधानमंत्री ने बताया कि विपक्ष को सदन से भागते हुए पूरे देश ने उनकी आंखों से देखा है। यह दुर्भाग्यवश है कि विपक्ष ने मणिपुर के लोगों के साथ इतना बड़ा धोखा किया। सदन की सत्र से पहले देश के गृह मंत्री ने उन राजनीतिक दलों को लिखित पत्र भेजकर इसे साबित किया कि वह मणिपुर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मणिपुर पर विस्तृत चर्चा करना आवश्यक है, लेकिन विपक्ष ने इसे बचाने के लिए सारी कोशिशें की। असल में होने वाले कार्यों को देखकर आप सभी यह समझ सकते हैं। विपक्ष ने मणिपुर के मुद्दे पर चर्चा करने से बचा लिया! ऐसा इसलिए क्योंकि उन्हें अच्छे से पता था कि मणिपुर की सच्चाई उन्हें सबसे ज्यादा चुनौती देगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष के लिए लोगों के दुख-दर्द से कोई मतलब नहीं है, उन्हें तो केवल राजनीति से ही मतलब है। इसलिए उन्होंने चर्चा से बचने का फैसला लिया और अविश्वास प्रस्ताव पेश करके राजनीतिक बहस को प्राथमिकता दी।
पंचायत चुनाव के दौरान तृणमूल कांग्रेस पर प्रधानमंत्री मोदी ने उनको धमकाने और बूथ कैप्चरिंग का आरोप लगाया। उन्होंने यह दावा किया कि वे हर संभाव प्रयास करेंगे ताकि कोई भी भाजपा उम्मीदवार नामांकन करने में समर्थ न रहे। उन्होंने न केवल भाजपा कार्यकर्ताओं को बल्कि मतदाताओं को भी धमकाते हुए कहा कि बूथ पर कब्जा करने के लिए ठेके दिए जाते हैं। वे इस रूप में राजनीति करने का तरीका अपनाते हैं। TMC के टोलाबाजों की फौज वोटिंग में ठप्पेबाजी का खेल खेलती है। सभी पोलिंग बूथ की निगरानी के लिए उन्होंने गुंडों को कॉन्ट्रैक्ट किया कि कौन सी बूथ का कैप्चरिंग करेगा।
पूर्वोत्तर क्षेत्र में किए गए कामों की महत्वपूर्ण बातें शेयर करते हुए प्रधानमंत्री ने बताया कि पिछले 9 वर्षों में बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और उड़ीसा में 31 मेडिकल कॉलेज खोले गए हैं, और नार्थ-ईस्ट में भी मेडिकल कॉलेजों की संख्या दोगुनी हो गई है। शिक्षा के क्षेत्र में भी पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, मणिपुर, उड़ीसा, झारखंड और बिहार में उच्च शिक्षण संस्थान खोले गए हैं। पूर्वी और पूर्वोत्तर के राज्यों में करीब 2 लाख करोड़ के 150 से ज्यादा प्रोजेक्ट्स पूरे किए गए हैं, और तेजी से 14.5 लाख करोड़ के लगभग 1,250 प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है। आज गांव और शहर की दूरियां तेजी से कम हो रही हैं। आज जो लोकल है, उसकी डिमांड ग्लोबल है। इसके साथ ही देश ने “वोकल फॉर लोकल” अभियान के तहत “एक जिला-एक प्रोडक्ट” योजना की शुरुआत की है।