मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में 489 अधिकारियों का तबादला रद्द किए जाने पर कहा कि तबादले में गड़बड़ी की सूचना मिली थी। बहुत लोगों का अनावश्यक तबादला किया गया है। इसके बाद हमने अधिकार के तहत विभाग को आदेश दिया कि तबादलों पर अभी रोक लगा दी जाए। इसलिए उन पर फिलहाल रोक लगाई गई है।
राज्य ब्यूरो, पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में 489 अधिकारियों के तबादले रद्द किए जाने पर कहा कि तबादले में गड़बड़ी की सूचना मिली थी। बहुत लोगों का अनावश्यक तबादला किया गया था।
इसके बाद हमने अधिकार के तहत विभाग को आदेश दिया कि तबादलों पर अभी रोक लगा दी जाए। इसलिए उन पर फिलहाल रोक लगाई गई है। विभागों को नियमों के तहत ही तबादला करने के लिए एक महीने का समय दिया गया है।
मंत्रिमंडल विस्तार पर दिया बयान
उन्होंने कहा कि विभागों में तबादलों के नियम थे। मुख्यमंत्री बुधवार को गांधी मैदान के समीप करगिल विजय दिवस पर बलिदानियों को श्रद्धांजलि देने के बाद पत्रकारों के प्रश्नों के जवाब दे रहे थे। इस दौरान उनके साथ उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी मौजूद थे।
बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि समय आने पर मंत्रिमंडल का विस्तार हो जाएगा। मुख्यमंत्री से पूछा कि राजद कोटे के मंत्री आलोक मेहता के विभाग में ही अफसरों के तबादलों पर क्यों रोक लगाई गई? तभी मुख्यमंत्री के बगल में खड़े उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव बीच में बोले- ये सब फालतू बात थी। फिर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह राजद, जदयू, कांग्रेस की बात नहीं थी। किसी में कोई विवाद नहीं था। सब एकजुट थे।
तेजस्वी यादव ने भी मुख्यमंत्री की राजद मंत्री से नाराजगी की बात को फालतू बताया। विभाग के संयुक्त सचिव कंचन कपूर के हवाले से जारी अधिसूचना में इसका कोई कारण नहीं बताया गया था। तबादला रद्द होने के बाद सभी अधिकारी अपने पुराने पदों पर लौट जाएंगे। सूत्रों ने बताया कि इस बार भी अनियमितताओं के कारण तबादले रद्द किए गए थे।