19वें गुट निरपेक्ष आंदोलन(एनएएम) के दो दिवसीय शिखर सम्मेलन में भाग लेने विदेश मंत्री एस जयशंकर युगांडा की राजधानी कंपाला पहुंचे हैं। इसी बीच, विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने आज युगांडा के कंपाला में मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर से मुलाकात की। विदेश मंत्री ने कहा कि भारत-मालदीव संबंधों पर बातचीत हुई, साथ ही एनएएम से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा हुई।
युगांडा: 19वें गुट निरपेक्ष आंदोलन (एनएएम) के दो दिवसीय शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने युगांडा की राजधानी कंपाला का आगमन किया है। उन्होंने अपनी आगमन पर एक सोशल मीडिया पोस्ट की, जिसमें उन्होंने आगामी दो दिनों में अपने साथी विदेश मंत्रियों के साथ मिलकर जुड़ने की उत्सुकता जताई। इस दौरान, उन्होंने युगांडा में मिस्र, मालदीव, अंगोला, और बेलारूस के विदेश मंत्रियों के साथ कई द्विपक्षीय बैठकों का भी समर्थन किया। इसके दौरान, उन्होंने द्विपक्षीय रिश्तों को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया।
उन्होंने बेलारूस का आभार व्यक्त किया और मिस्र के विदेश मंत्री समेह शौकरी के साथ गाजा में चल रहे संघर्ष पर विचार किया। उन्होंने मालदीव के विदेश मंत्री मूसाजमीर से मुलाकात की, जिसमें खुलकर दोनों देशों के संबंधों पर बातचीत की गई। उन्होंने गुरुवार को अंगोला और बेलारूस के विदेश मंत्रियों के साथ हुई बैठकों के बारे में स्थापित किया, जिनमें वे दोनों देशों के साथ विस्तृत बातचीत करने का सौभाग्य प्राप्त करेंगे। इसके अलावा, उन्होंने बेलारूस को भारतीयों के लिए वीजा मुक्ति की सुविधा शुरू करने के लिए आभार व्यक्त किया।
भारत ने यूगांडा को 10 बसें, पांच एम्बुलेंस, 10 ट्रैक्टर, और ध्वज स्टैंड सहित विभिन्न सामग्रियों की मदद की है, जो एनएएम और जी-77 समूह के शिखर सम्मेलन की मेजबानी के लिए हैं। इसके पहले, मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी स्तर की बैठकें होगी। इस समय, विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर से मिलकर भारत-मालदीव संबंधों पर विस्तार से चर्चा की।
आगामी दिनों में, उन्हें उम्मीद है कि एनएएम शिखर सम्मेलन के दौरान युगांडा के नेतृत्व और एएनएम के सदस्य देशों के साथ साकारात्मक मिलने का सौभाग्य मिलेगा।
21 से 23 जनवरी को, विदेश मंत्री जयशंकर नाइजीरिया की यात्रा के लिए तैयार हैं। वह छठी भारत-नाइजीरिया संयुक्त आयोग बैठक की सह अध्यक्षता करेंगे, जिसमें उन्हें अपने समकक्षों के साथ मिलकर दोनों देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने का मौका मिलेगा। उन्होंने नाइजीरिया-भारत बिजनेस काउंसिल की बैठक के तीसरे संस्करण का उद्घाटन करेंगे और नाइजीरियाई इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल अफेयर्स में एक भाषण भी देंगे।
इस सफलता भरे दौर में, विदेश मंत्री जयशंकर ने यह सुनिश्चित किया है कि भारत और उनके विदेशी साथी देशों के बीच समर्थन और सहयोग को बढ़ावा दिया जाएगा।