MP News :इंदौर जिला प्रशासन ने अवैध पटाखा कारखानों को किया सील

इंदौर जिला प्रशासन ने अवैध पटाखा कारखानों पर बड़े पैमाने पर कार्रवाई करते हुए बिना लाइसेंस के संचालन और सुरक्षा मानकों की अवहेलना करने पर छह आतिशबाजी दुकानों को सील कर दिया।

हरदा न्यूज़ : हरदा फैक्ट्री में आग लगने की घटना के कुछ दिनों बाद, इंदौर जिला प्रशासन ने अवैध पटाखा कारखानों पर बड़े पैमाने पर कार्रवाई करते हुए बिना लाइसेंस के संचालन और सुरक्षा मानकों की अवहेलना करने पर छह आतिशबाजी दुकानों को सील कर दिया। जिसमें कम से कम 12 लोगों की जान चली गई और 200 से अधिक घायल हो गए।

6 पटाखा फैक्ट्रियां सील
मध्य प्रदेश सरकार की कार्रवाई का विवरण देते हुए इंदौर के जिला मजिस्ट्रेट आशीष सिंह ने कहा कि राज्य में अवैध रूप से चल रही पटाखा फैक्ट्रियों पर जांच के लिए पुलिस और प्रशासन की एक संयुक्त टीम का गठन किया गया है।

सिंह ने कहा,”मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टीम बनाकर पटाखा फैक्ट्रियों, गोदामों और दुकानों पर चेकिंग की जा रही है। लाइसेंस न होने या सुरक्षा मानकों का पालन न करने पर इन्हें सील भी किया जा रहा है, ऐसे छह संस्थानों को सील कर दिया गया है।”

‘दोषी पाए गए किसी को भी नहीं बख्शेंगे’

इस बीच, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गुरुवार को विधानसभा में कहा कि उनकी सरकार हरदा पटाखा फैक्ट्री विस्फोट के लिए जिम्मेदार किसी को भी नहीं बख्शेगी। मुख्यमंत्री ने सदन को बताया कि सरकार द्वारा जांच करायी जा रही है और जो भी इस घटना के लिए जिम्मेदार पाया जायेगा, उसे दंडित किया जायेगा। ध्य प्रदेश सरकार ने घटना की विस्तृत जांच करने के लिए प्रमुख सचिव (गृह) संजय दुबे की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है।

हरदा फैक्ट्री में लगी आग
मध्य प्रदेश के हरदा शहर में स्थित एक पटाखा फैक्ट्री में भीषण आग लग गई, जिससे कई लोगों की जान चली गई और कई लोग घायल हो गए। आधिकारिक रिपोर्टों के अनुसार, इस घटना में 12 लोगों की जान चली गई है, जबकि 200 से अधिक लोगों को अलग-अलग स्तर की चोटें आई हैं।

विस्फोट के कारण फैक्ट्री परिसर को काफी नुकसान हुआ, आग पर काबू पाने के लिए अग्निशमन विभाग की गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंचीं। अधिकारियों को डर है कि विस्फोट के बाद फैक्ट्री परिसर में कई लोग फंसे हो सकते हैं। विस्फोट से भीषण आग लग गई, जिसने न केवल फैक्ट्री बल्कि आसपास की इमारतों को भी अपनी चपेट में ले लिया। आसमान में गहरा धुआं और आग की लपटें उड़ती देखी जा सकती हैं, जिससे आसपास के निवासियों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है।

इस घटना में आसपास स्थित दर्जनों घर जलकर राख हो गए। स्थानीय लोगों ने बताया कि ऐसा लगा मानो हरदा में भूकंप आ गया हो। धमाकों में कई गाड़ियों में भी आग लग गई। मध्य प्रदेश के हरदा में जिस फैक्ट्री में आग लगी, उसके मालिक समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। घटना के बाद एमपी के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने प्रत्येक मृतक के परिजन को 4 लाख रुपये की सहायता और घायलों के मुफ्त इलाज की घोषणा की।

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुखद हरदा फैक्ट्री विस्फोट में जानमाल के नुकसान पर शोक व्यक्त किया और प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधान मंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।

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